रांची : भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर तुष्टिकरण तथा सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया है। रांची में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया, हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल और तेलंगाना के पूर्व वित्त मंत्री एटला राजेंद्र ने कई मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी का रुख पत्रकारों के समक्ष रखा और कांग्रेस की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक नाकामियों का जिक्र किया।
राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को झारखण्ड के लोगों की रोटी, बेटी और माटी की चिंता है जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल घुसपैठियों को बसाने के लिए चिंतित हैं। गौरव भाटिया ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के उस बयान का जिक्र करते हुए घोर निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि घुसपैठियों को भी साढ़े चार सौ रुपए में रसोई गैस सिलेंडर दी जाएगी।
गौरव भाटिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झारखंड की महिलाओं को साल में दो मुफ्त गैस सिलेंडर देने की बात करती है वहीं कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार यहां के लोगों का हक मार कर घुसपैठियों को योजनाओं का लाभ देना चाहती है। गौरव भाटिया ने झारखंड के मतदाताओं पर भरोसा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से झारखंड में दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी और तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले दलों को कड़ा संदेश देगी।
उन्होंने कहा कि घुसपैठ और डेमोग्राफी चेंज का मुद्दा सिर्फ राजनीतिक नहीं है| इसे झारखंड उच्च न्यायालय ने भी गंभीर विषय बताया है। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि घुसपैठ और डेमोग्राफी चेंज होने से प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत नष्ट होती है। गौरव भाटिया ने कहा कि घुसपैठ से देश की और प्रदेश की राष्ट्रीय सुरक्षा, रोजगार और अस्मिता पर आघात पहुंचता है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा इसलिए भी प्रासंगिक है क्योंकि 23 नवम्बर के बाद जब झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की नयी सरकार 2 लाख 87 हजार युवाओं को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू करेगी तो इन घुसपैठियों की वजह से ही प्रतिभाशाली झारखंडी के हितों पर कुठाराघात हो सकता है और ये हम होने नहीं देंगे|
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दुख की बात है कि कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और उनके सहयोगी दलों को राष्ट्रीय सुरक्षा समेत इन तमाम मुद्दों पर कोई चिंता नहीं होती है।