पलामू (झारखंड): झारखंड के पलामू जिले में रविवार रात एक हृदयविदारक हादसे में बाइक सवार पिता और पुत्र की मौत हो गई। हादसा हैदरनगर थाना क्षेत्र के कुसमनिया मुख्य नहर पुल के पास हुआ, जहां दोनों 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन तार की चपेट में आ गए।
हादसे की जानकारी और मृतकों की पहचान
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान सिमरसोत गांव निवासी 45 वर्षीय बिंदु मेहता और उनके 22 वर्षीय पुत्र विपिन मेहता के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि रविवार रात लगभग 9:30 बजे दोनों डीजल लाने के लिए बाइक से स्थानीय पेट्रोल पंप की ओर जा रहे थे। रास्ते में कुसमनिया गांव के मुख्य नहर पुल के पास यह दर्दनाक हादसा हुआ।
हाई वोल्टेज तार की चपेट में आए बाइक सवार
स्थानीय लोगों के अनुसार, क्षेत्र में लगे 11 हजार वोल्ट के बिजली तार अचानक झुक गए थे या खुलकर नीचे लटक रहे थे, जिसकी चपेट में बाइक समेत दोनों आ गए। करंट लगने के कारण घटनास्थल पर ही पिता और पुत्र की मौके पर मौत हो गई। वहीं, उनकी मोटरसाइकिल भी पूरी तरह जलकर राख हो गई।
शादी वाले घर में मातम, हल्दी की रात बदल गई शोक में
इस हादसे ने एक खुशहाल अवसर को मातम में तब्दील कर दिया। बिंदु मेहता के घर में उनकी भतीजी की शादी तय थी और रविवार को हल्दी का कार्यक्रम चल रहा था। उसी दौरान जनरेटर का डीजल खत्म हो जाने पर पिता-पुत्र बाहर निकले थे। लेकिन कुछ ही मिनटों में यह सफर उनके जीवन का आखिरी सफर बन गया। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में कई बार हाई वोल्टेज तारों की स्थिति को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
क्षेत्र में शोक और आक्रोश, बिजली विभाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग
हादसे के बाद सिमरसोत और कुसमनिया गांव में शोक के साथ आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों का कहना है कि अगर समय पर बिजली तारों की मरम्मत कर दी जाती, तो यह दर्दनाक हादसा टाला जा सकता था।