Ranchi News: गोड्डा जिले के कमलडोर पहाड़ के पास हुई पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सूर्या नारायण हांसदा के केस की जांच अब क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने अपने हाथों में ले ली है। डीजीपी अनुराग गुप्ता के आदेश के बाद गुरुवार को यह केस पुलिस से औपचारिक रूप से टेकओवर कर लिया गया।
गोड्डा एनकाउंटर केस CID ने किया टेकओवर
मामले की जांच दुमका रेंज के CID डीएसपी को सौंपी गई है। इस प्रक्रिया की निगरानी चंदन कुमार झा करेंगे। जांच एजेंसी ने घटना से जुड़े सभी पहलुओं को खंगालने की तैयारी शुरू कर दी है।
सूर्या हांसदा की गिरफ्तारी और मुठभेड़
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार शाम सूर्या नारायण हांसदा को देवघर जिले के नावाडीह गांव से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे हथियार बरामदगी के लिए रहड़बड़िया पहाड़ ले जा रही थी। इसी दौरान उसने पुलिस से इंसास राइफल छीनने का प्रयास किया और भागने की कोशिश की। बताया जाता है कि इस दौरान सूर्या ने पुलिस पर फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
CID जांच में जुटेगी मेडिकल और फॉरेंसिक रिपोर्ट
अब CID टीम पोस्टमार्टम रिपोर्ट, बैलेस्टिक जांच और एफएसएल रिपोर्ट को अपने केस डायरी में शामिल करेगी। साथ ही, मुठभेड़ के वक्त मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। जांच एजेंसी का फोकस यह पता लगाने पर है कि एनकाउंटर की पूरी घटना किस परिस्थितियों में हुई।
सूर्या हांसदा का राजनीतिक सफर
सूर्या नारायण हांसदा सिर्फ आपराधिक मामलों में ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी सक्रिय थे। उन्होंने अलग-अलग समय पर भाजपा, जेवीएम और जेएलकेएम की टिकट पर चुनाव लड़ा था। गोड्डा और संताल परगना इलाके में उनकी राजनीतिक पकड़ भी रही है।
भाजपा की मांग, हाईकोर्ट जज से जांच हो
इस मुठभेड़ को लेकर राजनीतिक विवाद भी गहराने लगा है। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में सात सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। यह टीम अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंपेगी। पार्टी ने इस केस की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज या सीबीआई से कराने की मांग उठाई है।
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