रांची (RANCHI NEWS): रिम्स में महिला डॉक्टर से छेड़खानी की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े किए गंभीर सवाल
रांची: राजधानी रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी की घटना ने न केवल संस्थान की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) ने होमगार्ड्स की कार्यशैली को लेकर भी तीव्र असंतोष जताया है। यह मामला सोमवार रात का है जब अस्पताल परिसर की तीसरी मंजिल से छात्रावास की ओर जाने वाले कॉरिडोर में एक अज्ञात व्यक्ति ने डॉक्टर के साथ अनुचित व्यवहार किया।
सुरक्षा में लापरवाही: घटना के समय नहीं था कोई गार्ड मौजूद
पीड़िता के अनुसार, घटना के वक्त उस पूरे कॉरिडोर में एक भी सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं था। यह लापरवाही आरोपी को निर्भीक होकर घटना को अंजाम देने का अवसर दे गई। JDA का आरोप है कि होमगार्ड्स ड्यूटी के दौरान अक्सर मोबाइल में व्यस्त रहते हैं या ड्यूटी से अनुपस्थित होते हैं, जिससे महिला कर्मियों की सुरक्षा को लेकर गम्भीर खतरा बना रहता है।
450 से अधिक होमगार्ड्स पर तैनाती के बावजूद सुरक्षा में चूक
ज्ञात हो कि रिम्स प्रबंधन ने निजी सुरक्षा एजेंसी को हटाकर करीब 450 होमगार्ड्स को सुरक्षा व्यवस्था में नियुक्त किया है। इसके अतिरिक्त, सैप (SAP) के जवानों की भी तैनाती की गई है, लेकिन फिर भी बार-बार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था कागज़ों तक ही सीमित है।
रिम्स प्रबंधन ने बनाई जांच समिति, पुलिस में दर्ज हुई FIR
जैसे ही मामला रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार तक पहुंचा, उन्होंने तत्काल चार सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया और अपर चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिए कि घटना की जानकारी बरियातू थाना को दी जाए। बरियातू पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है।
पुलिस करेगी समानांतर जांच, संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय
रिम्स प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि पुलिस जांच के समानांतर संस्थागत जांच भी जारी रहेगी। इसके साथ ही रिम्स परिसर के उन स्थानों की पहचान की जाएगी, जहां सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। ऐसे स्थलों पर तत्काल प्रभाव से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
JDA ने उठाई मांग: CCTV निगरानी और गार्ड की जवाबदेही तय हो
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने रिम्स प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल परिसर में अत्याधुनिक सीसीटीवी निगरानी व्यवस्था लागू की जाए और हर सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी और जवाबदेही स्पष्ट की जाए। उनका कहना है कि जब तक गार्ड्स की ड्यूटी पर गंभीरता नहीं लाई जाती, महिला चिकित्सकों और मरीजों की सुरक्षा खतरे में बनी रहेगी।
रिम्स में सुरक्षा को लेकर उठे प्रमुख मुद्दे
- कॉरिडोर जैसे सुनसान इलाकों में नहीं रहती तैनाती
- होमगार्ड्स की निगरानी नहीं, मोबाइल में व्यस्त रहते हैं
- घटना के बाद भी गार्ड्स में नहीं दिखी सक्रियता
- महिला कर्मचारियों ने जताई असुरक्षा की भावना
रांची रिम्स की सुरक्षा को लेकर उठे ये सवाल बने रहे सुर्खियों में
इस घटना ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर गहरी चिंता उत्पन्न की है। रिम्स जैसे अत्यधिक भीड़भाड़ वाले संस्थान में ऐसी घटनाएं सुरक्षा में गंभीर खामी को उजागर करती हैं। राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की संयुक्त ज़िम्मेदारी है कि ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।