वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में भारतवंशी कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई।
इस 90 मिनट की बहस के दौरान कमला हैरिस ने न केवल ट्रम्प के तीखे आरोपों का सामना किया, बल्कि अपने जवाबों से कई सर्वे में जीत दर्ज की।
ट्रम्प का व्यक्तिगत हमला, कमला की शांत प्रतिक्रिया
डिबेट की शुरुआत में कमला हैरिस ट्रम्प के पोडियम तक पहुंचीं और उनसे हाथ मिलाया। परन्तु, डिबेट के दौरान ट्रम्प ने कमला पर तीखे व्यक्तिगत हमले किए।
उन्होंने कहा, “कमला वामपंथी हैं, और उनके पिता एक कम्युनिस्ट हैं जिन्होंने उन्हें वामपंथी विचारधारा सिखाई।” यहां तक कि ट्रम्प ने कमला की नस्लीय पहचान पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “मैंने कहीं पढ़ा था कि वे अश्वेत नहीं हैं।”
इन बयानों के बावजूद, कमला हैरिस ने ट्रम्प की बातों पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी, बल्कि वह शांत रहते हुए मुस्कुराती रहीं।
उनकी इस प्रतिक्रिया ने लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई और उन्हें बेहतरीन संयम का उदाहरण माना गया।
डिबेट में वक्त का बंटवारा
इस डिबेट में कमला हैरिस 37 मिनट 36 सेकेंड तक बोलीं, जबकि ट्रम्प ने 42 मिनट 52 सेकेंड का समय लिया।
हालांकि, दोनों ने अपने-अपने विचार मजबूती से रखे, लेकिन कमला के संयम और स्पष्टता ने उन्हें इस डिबेट का विजेता बना दिया।
मीडिया सर्वे: कमला हैं विजेता
अमेरिका के चार प्रमुख मीडिया हाउस (न्यूयॉर्क टाइम्स, CNN, वॉशिंगटन पोस्ट) और BBC द्वारा कराए गए सर्वे में कमला हैरिस को इस डिबेट का विजेता घोषित किया गया।
लोगों ने माना कि कमला ने ट्रम्प के सवालों का बेहतर और संतुलित जवाब दिया, जबकि ट्रम्प ने व्यक्तिगत हमले किए।
डिबेट के अंत में दोनों बिना हाथ मिलाए लौट गए, लेकिन कमला की मुस्कान और उनकी शानदार प्रस्तुति ने लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।
निष्कर्ष
इस प्रेसिडेंशियल डिबेट में कमला हैरिस की शांत और स्थिर प्रतिक्रिया ने उन्हें एक मजबूत और विजयी उम्मीदवार के रूप में उभारा।
ट्रम्प के आरोपों और हमलों के बावजूद, उनकी मुस्कुराहट और संयम ने साबित कर दिया कि वह न केवल सवालों का बेहतर जवाब दे सकती हैं, बल्कि कठिन परिस्थितियों में भी अपनी धैर्यशीलता बनाए रख सकती हैं।
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