Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 49वें जन्मदिन पर एक बेहद भावुक पोस्ट शेयर किया, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी।
शनिवार, 10 अगस्त की सुबह उन्होंने अपने जेल के दिनों को याद करते हुए एक मोहर लगे हुए हाथ की तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने बीते साल के कड़वे अनुभवों को उजागर किया।
उन्होंने लिखा, “यह निशान केवल मेरा नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियों का प्रतीक है।”
150 दिनों का कैदी और न्याय की लड़ाई
सोरेन ने अपने पोस्ट में उस वक्त को याद किया, जब उन्हें बिना किसी ठोस सबूत, बिना किसी शिकायत, और बिना किसी अपराध के 150 दिनों तक जेल में रखा गया था।
उन्होंने सवाल उठाया, “जब एक चुने हुए मुख्यमंत्री को इस तरह जेल में डाल सकते हैं, तो आम आदिवासियों, दलितों, और शोषितों के साथ क्या करेंगे?”
अन्याय के खिलाफ लड़ने का संकल्प
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने इस खास दिन पर न्याय और समानता की लड़ाई को और भी मजबूत करने का संकल्प लिया।
उन्होंने लिखा, “मैं हर उस व्यक्ति और समुदाय के लिए आवाज उठाऊंगा, जिसे दबाया गया है, जिसे न्याय से वंचित रखा गया है, जिसे उसके रंग, समुदाय, खान-पान, और पहनावे के आधार पर सताया जा रहा है।”
उन्होंने एक ऐसा समाज बनाने की बात कही, जहां कानून सभी के लिए समान हो और सत्ता का दुरुपयोग न हो।
चुनौतियों से लड़ने का आह्वान
सोरेन ने यह भी स्वीकार किया कि यह रास्ता आसान नहीं होगा और हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि एकता और विविधता के बल पर ये सभी चुनौतियां पार की जा सकती हैं।
समर्थकों का उत्साह और जन्मदिन का जश्न
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री के जन्मदिन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकर्ताओं ने बड़े उत्साह के साथ मनाया।
हेमंत सरकार में मंत्री मिथलेश ठाकुर ने अपने आवास पर केक काटकर इस दिन को खास बनाया।
इसके साथ ही, गरीब लोगों के बीच नाश्ते और खाने के पैकेट भी वितरित किए गए।
हेमंत सोरेन का यह जन्मदिन एक तरफ जहां भावुकता से भरा हुआ था, वहीं दूसरी ओर यह उनके संकल्प और दृढ़ता को भी दर्शाता है, जो उन्हें न्याय और समानता की लड़ाई में अग्रसर रखेगी।
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