पुलिस-सीआरपीएफ अभियान में मिली बड़ी सफलता

रांची : झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे सुरक्षा अभियान ने इस साल महत्वपूर्ण सफलता दर्ज की है। 1 जनवरी से 15 सितंबर 2025 तक झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) की संयुक्त कार्रवाई में कुल 28 नक्सली मारे गए, जिनमें 3.15 करोड़ रुपये के इनामी 11 उग्रवादी शामिल हैं।

मुठभेड़ों में ढेर हुए इनामी नक्सली

राज्य के लातेहार, चाईबासा, बोकारो, हजारीबाग, पलामू और गुमला जिलों में हुई मुठभेड़ों के दौरान इन नक्सलियों का खात्मा किया गया। मारे गए उग्रवादियों में सीपीआई माओवादी के सेंट्रल कमेटी सदस्य प्रयाग मांझी और सहदेव सोरेन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। दोनों पर कुल एक करोड़ से अधिक का इनाम घोषित था।

आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का असर

झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति भी असर दिखा रही है। इसी क्रम में 2 सितंबर को लातेहार जिले में झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के नौ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। इनके पास से AK-47, SLR और AK-56 जैसे आधुनिक हथियार बरामद किए गए। आत्मसमर्पण करने वालों में पांच पर कुल 23 लाख रुपये का इनाम था।

पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक नक्सली मारे गए

आंकड़ों के मुताबिक, 2025 में मारे गए नक्सलियों की संख्या पिछले आठ साल में सबसे ज्यादा है।

  • 2017 : 27
  • 2018 : 25
  • 2019 : 31
  • 2020 : 18
  • 2021 : 08
  • 2022 : 13
  • 2023 : 14
  • 2024 : 11
  • 2025 : 28 (जनवरी से सितंबर तक)

नक्सल प्रभावित जिले और केंद्र की रणनीति

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, लातेहार और लोहरदगा झारखंड के प्रमुख माओवाद प्रभावित जिले हैं। इनमें से गिरिडीह, गुमला, लातेहार और लोहरदगा को “Districts of Concern” की सूची में रखा गया है। केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय किया है और झारखंड में यह अभियान उस दिशा में अहम साबित हो रहा है।

हालिया मुठभेड़ों की प्रमुख घटनाएं

  • 15 सितंबर : हजारीबाग में मुठभेड़, एक करोड़ इनामी सहदेव सोरेन और 25 लाख इनामी रघुनाथ हेंब्रम मारे गए।
  • 14 सितंबर : पलामू में TPC संगठन का कमांडर, 5 लाख इनामी मुखदेव यादव ढेर।
  • 08 सितंबर : चाईबासा में मुठभेड़, 10 लाख का इनामी अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया।
  • 05 अगस्त : गुमला में पीएलएफआई कमांडर, 15 लाख इनामी मार्टिन केरकेट्टा मारा गया।
  • 16 जुलाई : बोकारो में 25 लाख का इनामी कुंवर मांझी समेत दो नक्सली ढेर।
  • 21 अप्रैल : बोकारो में मुठभेड़, एक करोड़ इनामी प्रयाग मांझी और अन्य आठ माओवादी मारे गए।
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