रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के धनवार विधानसभा सीट से उम्मीदवार बाबूलाल मरांडी की वोटिंग पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने इस मामले में गिरिडीह के जिला निर्वाची पदाधिकारी (डीसी) को लिखित शिकायत भेजी है। झामुमो ने आरोप लगाया कि बाबूलाल मरांडी ने 20 नवंबर को संपन्न हुए धनवार विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी तस्वीर खिंचवाई और इसे सार्वजनिक किया, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
आचार संहिता का उल्लंघन: झामुमो की शिकायत
झामुमो ने क्या कहा?
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने गिरिडीह डीसी से अपील की है कि इस मामले की जांच की जाए और उचित कार्रवाई की जाए। पार्टी का आरोप है कि बाबूलाल मरांडी द्वारा मतदान के दौरान खींची गई तस्वीर को सार्वजनिक किया गया, जो एक मतदाता के तौर पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन है।
“यह पूरी तरह से आदर्श आचार संहिता के खिलाफ है,” झामुमो ने अपनी शिकायत में कहा।
फोटो को भी शिकायत के साथ भेजा गया
झामुमो ने बाबूलाल मरांडी द्वारा जारी किए गए फोटो को अपनी शिकायत के साथ गिरिडीह डीसी को सौंपा है, ताकि मामले की जांच हो सके और कार्रवाई की जा सके।
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन: क्या हैं नियम?
वोटिंग के दौरान तस्वीर खिंचवाने की सख्त मनाही
आदर्श आचार संहिता के तहत, चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी उम्मीदवार या मतदाता को मतदान केंद्र के अंदर या मतदान प्रक्रिया से संबंधित कोई भी तस्वीर खींचने की अनुमति नहीं है। इस नियम का उद्देश्य मतदान के स्वतंत्र और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करना है।
“मतदान के दौरान तस्वीर खिंचवाने से चुनाव में किसी प्रकार का प्रभाव डालने की आशंका उत्पन्न हो सकती है,” एक चुनावी अधिकारी ने कहा।
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अनुसार, मतदान प्रक्रिया से जुड़े किसी भी प्रकार के प्रचार या प्रचार सामग्री का सार्वजनिक करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। इस कानून का उद्देश्य चुनावी प्रक्रियाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है।
झामुमो की अपील: निष्पक्ष जांच की मांग
सख्त कार्रवाई की आवश्यकता
झामुमो ने गिरिडीह डीसी से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र की पवित्रता को बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है।