रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में ऐतिहासिक क्षण सामने आया जब सदन ने सर्वसम्मति से दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पारित किया। मंत्री दीपक बिरूआ ने सदन में यह प्रस्ताव रखा, जिस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने एकजुटता दिखाई।

शिबू सोरेन के योगदान पर सहमति

प्रस्ताव पेश करते हुए मंत्री दीपक बिरूआ ने कहा कि झारखंड आंदोलन के जननायक शिबू सोरेन केवल राजनेता नहीं बल्कि विचार और आंदोलन के प्रतीक रहे हैं। उनका जीवन संघर्ष राज्य के निर्माण और आदिवासी समाज के अधिकारों की लड़ाई से जुड़ा रहा है।

विपक्ष ने भी किया समर्थन

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर पूरी तरह साथ है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस प्रस्ताव में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा और विनोद बिहारी महतो का नाम भी जोड़ा जाना चाहिए, क्योंकि इनका योगदान भी झारखंड के आंदोलन और आदिवासी समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण रहा है।

आदिवासी समाज के संघर्ष पर चर्चा

वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि आजादी की लड़ाई में आदिवासी समाज का बड़ा योगदान रहा है, लेकिन अब तक किसी आदिवासी नेता को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि दिशोम गुरु को भारत रत्न देने से न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश को गौरव मिलेगा।

विधानसभा में मूर्तियां स्थापित करने की मांग

विधायक प्रदीप यादव ने मांग की कि विधानसभा परिसर में भीमराव अंबेडकर, सिद्धो-कान्हो और दिशोम गुरु शिबू सोरेन की प्रतिमाएं स्थापित की जाएं ताकि नई पीढ़ी इन महापुरुषों के योगदान को याद रख सके।

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