रांची: झारखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या लगातार चिंता बढ़ा रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में प्रतिदिन औसतन 15 मामले दर्ज हो रहे हैं। इसका अर्थ है कि लगभग हर दो घंटे में एक महिला अपराध का शिकार बन रही है।
झारखंड में महिला अपराध के ताज़ा आंकड़े
पिछले एक महीने में झारखंड पुलिस ने 459 मामले दर्ज किए। इनमें सबसे अधिक दुष्कर्म के 177 मामले, अपहरण के 137 मामले, दहेज उत्पीड़न के 77 मामले और छेड़खानी के 68 मामले शामिल हैं। ये आंकड़े साफ तौर पर दिखाते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा झारखंड के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है।
किन जिलों में महिला अपराध के मामले सबसे अधिक
अपराध के मामलों का जिलावार ब्योरा बताता है कि शहरी और घनी आबादी वाले क्षेत्र महिला अपराध के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील हैं।
- रांची – 57 मामले
- जमशेदपुर – 31 मामले
- पलामू – 30 मामले
- गढ़वा – 30 मामले
- बोकारो – 29 मामले
- धनबाद – 27 मामले
- गोड्डा – 27 मामले
- गिरिडीह – 25 मामले
- देवघर – 23 मामले
- पाकुड़ – 18 मामले
- हजारीबाग – 17 मामले
- साहेबगंज – 15 मामले
इसके अलावा गुमला (14), रामगढ़ (14), दुमका (14), लातेहार (13), सरायकेला (12), चाईबासा (11), जामताड़ा (11), चतरा (11), कोडरमा (9), सिमडेगा (8), लोहरदगा (4) और खूंटी (3) में भी मामले दर्ज किए गए।
बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की चुनौती
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बढ़ते महिला अपराध के मामले राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने दावा किया है कि महिला सुरक्षा को लेकर निगरानी और कार्रवाई तेज़ की जा रही है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि स्थिति अब भी चिंताजनक है।
