गोड्डा (झारखंड): राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम के तहत झारखंड के गोड्डा जिले में आज, मंगलवार 7 मई को शाम 4 बजे से 7 बजे तक मॉक ड्रिल (Mock Drill in Godda) का आयोजन किया जाएगा। यह सुरक्षा अभ्यास युद्ध जैसी आपात स्थिति, आतंकी हमले या किसी अन्य संकट की घड़ी में प्रशासन, औद्योगिक प्रतिष्ठानों और आम नागरिकों की तैयारी को परखने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
झारखंड मॉक ड्रिल 2025: तीन संवेदनशील स्थानों पर होगा मॉक अभ्यास
गोड्डा जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन और सामूहिक प्रतिक्रिया प्रणाली की जांच के लिए जिले के तीन महत्वपूर्ण और रणनीतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील स्थानों का चयन किया है:
- अडानी पावर प्लांट (Adani Power Plant Godda) – यह औद्योगिक क्षेत्र झारखंड में ऊर्जा उत्पादन का एक बड़ा केंद्र है, जहां मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा मानकों और इमरजेंसी रिस्पॉन्स को परखा जाएगा।
- ईसीएल राजमहल कोल परियोजना, ललमटिया (ECL Rajmahal Coalfields) – एशिया की सबसे बड़ी ओपन कास्ट कोल माइन होने के कारण यह क्षेत्र मॉक ड्रिल के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण बिंदु है।
- कारगिल चौक (Kargil Chowk Godda) – शहरी क्षेत्र में नागरिकों की भागीदारी और त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली की जांच हेतु यह स्थान चुना गया है।
गोड्डा में आपदा प्रबंधन के तहत ब्लैकआउट और सायरन अलर्ट होंगे शामिल
इस सुरक्षा मॉक ड्रिल के दौरान तीनों चिन्हित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बाधित (ब्लैकआउट) की जाएगी। इसके अलावा, एयर रेड सायरन (air raid siren) बजाकर आपातकालीन स्थितियों की अनुकरणात्मक चेतावनी दी जाएगी। सभी प्रकार के नागरिक आवागमन को नियंत्रित किया जाएगा और संबंधित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
रणनीतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील: बांग्लादेश सीमा से निकटता बनी चिंता
गोड्डा जिला बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ है, जिससे इसकी रणनीतिक संवेदनशीलता (strategic sensitivity) और अधिक बढ़ जाती है। उपायुक्त जीशान कमर ने जानकारी दी कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य यह आकलन करना है कि किसी आपात स्थिति में प्रशासन, औद्योगिक इकाइयाँ और नागरिक कितने तत्पर हैं। गोड्डा मॉक ड्रिल राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश के 244 जिलों को शामिल किया गया है।
गोड्डा जिला प्रशासन ने लोगों से मॉक ड्रिल में सहयोग की अपील की
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह पूर्व नियोजित अभ्यास है और नागरिकों को पैनिक (panic) करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग करें। इस मॉक ड्रिल के ज़रिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्राकृतिक आपदा, आतंकवादी हमले या युद्ध जैसी स्थिति में जिला तैयार है।
राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा ‘ऑपरेशन अभ्यास’ मॉक ड्रिल अभियान
‘ऑपरेशन अभ्यास’ एक अखिल भारतीय पहल है, जिसका लक्ष्य है देश की सुरक्षा और आपदा प्रतिक्रिया क्षमताओं को बेहतर बनाना। गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के निर्देशानुसार यह मॉक ड्रिल पूरे भारत में चलाया जा रहा है। Jharkhand mock drill, emergency preparedness in Godda, civil defence drill in Jharkhand, और security simulation exercise जैसे अभियान इसी श्रृंखला का हिस्सा हैं।
स्थानीय प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियाँ तैनात
गोड्डा पुलिस, सिविल डिफेंस, अग्निशमन विभाग, और स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरे अभ्यास में शामिल होंगी। पूरे ऑपरेशन की निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाएगी। ड्रोन, वायरलेस कम्युनिकेशन और CCTV मॉनिटरिंग जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
Mock Drill in Jharkhand: लोगों को किया जा रहा जागरूक
जिला प्रशासन द्वारा पिछले दो दिनों से मॉक ड्रिल को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया गया। स्कूलों, कॉलेजों, औद्योगिक इकाइयों और बाज़ार क्षेत्रों में पंपलेट, एनाउंसमेंट और सोशल मीडिया के ज़रिए जानकारी साझा की गई है। जनसहयोग और जागरूकता ही इस मॉक ड्रिल की सफलता की कुंजी है।