रांची: झारखंड सरकार द्वारा झुग्गी-बस्तियों में संचालित ‘अटल मोहल्ला क्लीनिक’ का नाम बदलकर ‘मदर टेरेसा क्लीनिक’ रखने के फैसले को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। भाजपा ने इस निर्णय का कड़ा विरोध जताते हुए इसे जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया।
अमर कुमार बाउरी ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और उनके नाम पर शुरू की गई क्लीनिकों का नाम बदलना राज्यवासियों का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह निर्णय धर्मांतरण को बढ़ावा देने की साजिश का हिस्सा है।
निर्मल हृदय संस्था पर लगे आरोपों का जिक्र
बाउरी ने कहा कि भाजपा मदर टेरेसा की सेवा भावना का सम्मान करती है, लेकिन उनकी संस्था ‘निर्मल हृदय’ पर बच्चा चोरी और धर्मांतरण के गंभीर आरोप लगे थे। उन्होंने आशंका जताई कि भविष्य में इन क्लीनिकों का संचालन ऐसे संगठनों को सौंपा जा सकता है जो धर्मांतरण गतिविधियों में संलिप्त हैं।
भाजपा ने आंदोलन की चेतावनी दी
अमर बाउरी ने कहा कि भाजपा इस फैसले का सदन और सड़क दोनों जगह विरोध करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि नाम बदलने का यह निर्णय जनता की भावनाओं के खिलाफ है और पार्टी इसे व्यापक आंदोलन का रूप देगी।
मदर टेरेसा के नाम पर आपत्ति क्यों?
भाजपा नेताओं का कहना है कि झारखंड में मदर टेरेसा का बड़ा योगदान नहीं रहा, ऐसे में उनके नाम पर स्वास्थ्य केंद्र चलाना उचित नहीं है। बाउरी ने कहा कि यदि सरकार इस निर्णय को सही मानती है, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करनी चाहिए।
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