रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में मिली हार के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने समीक्षा प्रक्रिया शुरू कर दी है। 3 दिसंबर को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक होगी। इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा हार के कारणों पर गहन चर्चा की जाएगी।
दिल्ली बैठक का एजेंडा
- बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा शामिल होंगे।
- प्रदेश इकाई से हार की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है, जो इस बैठक में समीक्षा का आधार बनेगी।
- पार्टी के प्रदर्शन में सुधार के लिए आगे की रणनीति और संभावित बदलाव पर भी विचार किया जाएगा।
30 नवंबर को रांची में प्रदेश स्तरीय बैठक
दिल्ली बैठक से पहले 30 नवंबर को रांची में प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी।
- इसमें प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, जिलाध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, नवनिर्वाचित विधायक और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार शामिल होंगे।
- इस बैठक में झारखंड में हार के स्थानीय कारणों पर चर्चा की जाएगी।
- जिलावार प्रदर्शन की समीक्षा और उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया ली जाएगी।
हार के संभावित कारणों पर चर्चा
झारखंड चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। 81 सीटों में से भाजपा केवल 21 सीटों पर सिमट गई, जो पिछले प्रदर्शन से भी कमजोर है।
- बांग्लादेशी घुसपैठ, आदिवासी वोटों का बंटवारा, और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान न देने जैसे विषय चर्चा का मुख्य केंद्र हो सकते हैं।
- संगठनात्मक कमजोरी और गठबंधन की प्रभावशीलता पर भी विचार किया जाएगा।
भविष्य की रणनीति
- पार्टी प्रदेश इकाई में संभावित बदलाव कर सकती है।
- आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार किया जाएगा।
- आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए नई योजनाओं पर काम हो सकता है।
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