जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की निर्दलीय प्रत्याशी अन्नी अमृता ने हाल ही में ‘माइक’ चुनाव चिन्ह प्राप्त किया है। यह चिन्ह उनके लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि अन्नी खुद एक पत्रकार हैं। उन्होंने अपनी चुनावी रणनीति को साझा करने के लिए एक प्रेस वार्ता आयोजित की, जिसमें उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की।
जमशेदपुर के समक्ष चुनौतियाँ
अन्नी ने जमशेदपुर के शिक्षा, स्वास्थ्य, नागरिक सुविधाओं और रोजगार के मामलों पर चर्चा करते हुए कहा कि इन समस्याओं का समाधान ढूंढना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जाम की समस्या एक अंतहीन चुनौती बन चुकी है और इसके लिए किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहराना सही नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि पिछले कई वर्षों में इस क्षेत्र ने दो मुख्यमंत्री, अनेक मंत्री और बड़े नेताओं को देखा है, लेकिन आज भी जमशेदपुर की स्थिति इंदौर और भुवनेश्वर से पीछे है।
जनता की मांगें
अन्नी ने जनप्रतिनिधियों से सवाल करते हुए कहा कि जनता को यह जानने का हक है कि क्यों ईस्टर्न वेस्टर्न कॉरिडोर परियोजना अभी तक पूरी नहीं हुई। उन्होंने कहा, “अगर यह परियोजना पूरी हो जाती, तो शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाती।” साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया, विशेष रूप से एमजीएम से रिम्स में रेफर किए जाने की समस्या को लेकर।
अन्नी अमृता के घोषणापत्र की मुख्य बातें
- महिला सुरक्षा: अन्नी ने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दी है, जो उनके चुनावी अभियान का एक प्रमुख मुद्दा है।
- ईस्टर्न वेस्टर्न परियोजना: इस परियोजना को फिर से सक्रिय किया जाएगा ताकि शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान हो सके।
- महिला कॉलेज: मानगो और अन्य क्षेत्रों में महिलाओं के लिए कॉलेज खोले जाएंगे।
- स्वास्थ्य सेवाएं: जमशेदपुर में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे आम जनता को TMH और MGM में बेहतर सेवाएं मिल सकें।
- स्वच्छता अभियान: शहर की स्वच्छता के लिए एक ठोस योजना बनाई जाएगी, जिसमें बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
- मानसिक स्वास्थ्य: आत्महत्या रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
- पानी की उपलब्धता: मानगो में जलापूर्ति योजना को साकार किया जाएगा।
- उच्च शिक्षा: छात्रों के पलायन को रोकने के लिए उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।
- औद्योगिक विकास: एयरपोर्ट के निर्माण की मांग की जाएगी, जिससे निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
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