रांची: झारखंड में इंडिया ब्लॉक के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और वाम पार्टियों के बीच मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई है। गठबंधन के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की।
सोरेन ने कहा कि गठबंधन के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के उम्मीदवार 70 सीटों पर उतरेंगे, जबकि बाकी 11 सीटों पर राष्ट्रीय जनता दल और वाम दलों के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि चारों घटक दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल और वाम दलों के नेताओं से बातचीत के बाद जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी कि किस सीट पर किस पार्टी का प्रत्याशी होगा। 2019 के चुनाव में वाम दलों के साथ गठबंधन नहीं हुआ था, पर इस बार एक साथ मिलकर मजबूती के साथ साथ चुनाव लड़ने की तैयारी हो चुकी है।
इस मौके पर कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और झामुमो के महासचिव एवं प्रवक्ता विनोद पांडेय, झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद रहे।
माना जा रहा है कि गठबंधन की सीट शेयरिंग के मामले में सीएम हेमंत सोरेन शनिवार को रांची आ रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद एक-एक सीट को लेकर एक-दो दिनों में आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया था। वर्ष 2019 के चुनाव में गठबंधन के तहत झामुमो ने 43, कांग्रेस ने 31 और राजद ने सात सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।
एनडीए ने शुक्रवार को ही राज्य में सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया था। भाजपा 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी, जबकि आजसू पार्टी को 10, जनता दल यूनाइटेड को 2 और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को एक सीट दी गई है।
बता दें कि झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को चुनाव होंगे, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी।
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