रांची: झारखंड के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में शिवलिंग के साथ कथित छेड़छाड़ के मामले में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त के सभी वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए हैं। इसके अलावा, मंदिर के कर्मी हरिलाल पांडेय को भी निलंबित कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ शिवलिंग से छेड़छाड़ का फोटो
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुआ था, जिसमें बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग के साथ कथित छेड़छाड़ का आरोप था। यह फोटो तुरंत विवाद का कारण बना और इससे राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं।
- गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए झारखंड सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाबा बैद्यनाथ जैसे पवित्र स्थल पर ऐसी घटना को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
- धार्मिक आस्थाओं पर हमला: दुबे ने इसे झारखंड सरकार द्वारा धार्मिक आस्थाओं पर सीधा हमला बताया।
जांच रिपोर्ट में चूक का खुलासा
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त विशाल सागार ने मंदिर प्रभारी और अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट पर आधारित कड़े कदम उठाए।
- रिपोर्ट में यह बताया गया कि गर्भगृह में शिवलिंग के आसपास मरम्मत कार्य किया गया था, जिसके दौरान सीमेंट का कुछ हिस्सा शिवलिंग तक पहुंच गया।
- यह चूक मंदिर प्रशासन की अनुशासनहीनता का परिणाम बताई जा रही है क्योंकि मरम्मत कार्य एसडीओ, पुरोहित और उपायुक्त को बिना सूचित किए शुरू किया गया था।
प्रशासनिक कार्रवाई से स्पष्ट संदेश
झारखंड सरकार और मंदिर प्रशासन की ओर से इस मामले में की गई सख्त कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी किसी भी बात को हल्के में नहीं लिया जाएगा।
- शिवलिंग से छेड़छाड़ जैसे संवेदनशील मामले में कार्रवाई करके सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी धार्मिक स्थल का सम्मान किसी भी कीमत पर कम नहीं किया जाएगा।