Jharkhand News in Hindi: झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने हालिया बयानों से राज्य की सियासी फिजा में नया मोड़ ला दिया है।
जमशेदपुर के गम्हरिया में एक सभा के दौरान उन्होंने ऐसा एलान किया जिसने मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
चंपई सोरेन ने कहा कि उनकी सियासी पटकथा तैयार है और जल्द ही वह इस पर से पर्दा उठाने वाले हैं।
चंपई सोरेन के एलान से सियासी गर्मी बढ़ी
चंपई सोरेन ने गम्हरिया में आयोजित एक कार्यक्रम में साफ-साफ कहा कि झारखंड की राजनीति में जल्द ही एक नया अध्याय शुरू होने वाला है।
उन्होंने कहा कि वह अब अकेले चलने का रास्ता चुन चुके हैं, लेकिन जैसे ही उन्हें सही साथी मिलेगा, वह अपने प्लान का खुलासा करेंगे।
उनके इस बयान से हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
संगठन तोड़ने का इरादा नहीं: चंपई सोरेन
गम्हरिया में महिलाओं द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में चंपई सोरेन ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद न तो किसी संगठन को तोड़ना है और न ही किसी को प्रलोभन देकर अपने साथ लाना।
उन्होंने कहा कि वह जनता के प्यार और समर्थन के ऋणी हैं और यही उनका सबसे बड़ा पूंजी है।
चंपई सोरेन ने यह भी कहा कि उन्होंने हेमंत सोरेन से अब तक कोई बातचीत नहीं की है और न ही वह झामुमो में वापसी करेंगे।
इस कार्यक्रम में चंपई सोरेन के साथ कई दिग्गज नेता मौजूद थे, जिनमें जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल, झामुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष रंजीत प्रधान, विधायक प्रतिनिधि सानंद कुमार आचार्य, 20 सूत्री अध्यक्ष छाया कांत गोराई, गम्हरिया प्रखंड प्रमुख अनीता टुडू, और आदित्यपुर नगर झामुमो अध्यक्ष दीपक मंडल शामिल थे।
निष्कर्ष
चंपई सोरेन के बयानों ने झारखंड की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है।
उनके नए प्लान से हेमंत सोरेन की चिंताएं बढ़ सकती हैं, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की सियासत में क्या मोड़ आते हैं।
क्या चंपई सोरेन झारखंड की राजनीति में नया अध्याय लिखने में सफल होंगे या यह सिर्फ एक सियासी दांव है, यह समय ही बताएगा।