हजारीबाग (झारखंड): हजारीबाग जिले में प्रशासन ने अवैध शराब निर्माण के खिलाफ एक व्यापक अभियान चलाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। जिला प्रशासन और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए छह अवैध शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया तथा 3800 किलो जावा महुआ और 230 लीटर तैयार देसी शराब जब्त की।
हजारीबाग में अवैध शराब निर्माण पर प्रशासन की सख्ती
बिहार विधानसभा चुनाव और त्योहारों के मौसम को ध्यान में रखते हुए, हजारीबाग जिला प्रशासन ने डीसी शशि प्रकाश सिंह के निर्देश पर यह अभियान चलाया। सहायक उत्पाद आयुक्त की अगुवाई में टीम ने चौपारण थाना क्षेत्र के गोरमोरवा और मूर्तिया गांवों के जंगलों और नदी किनारों पर छापेमारी की। इन इलाकों में लंबे समय से अवैध महुआ शराब निर्माण की शिकायतें मिल रही थीं।
ड्रोन कैमरे की मदद से 6 भट्ठियां नष्ट, हजारों किलो जावा महुआ बरामद
छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे का उपयोग कर जंगलों के भीतर बने गुप्त ठिकानों का पता लगाया। वहां संचालित छह अवैध शराब भट्ठियों को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
टीम ने 3800 किलो जावा महुआ, शराब बनाने के उपकरण और सामग्री जब्त की। साथ ही 230 लीटर तैयार देसी शराब भी बरामद की गई। बरामद सामग्री को मौके पर नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
संयुक्त टीम ने चलाया अभियान, कई विभागों की सक्रिय भूमिका
यह अभियान उत्पाद विभाग, हजारीबाग और मद्य निषेध विभाग, गया (बिहार) की संयुक्त कार्रवाई थी।
छापेमारी दल में उत्पाद अवर निरीक्षक सुमितेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक अभय कुमार (मद्य निषेध विभाग, गया), उत्पाद आरक्षी अनूप कुमार सिंह और होमगार्ड के जवानों की विशेष भूमिका रही।
अभियान के दौरान पुलिस बल और तकनीकी टीम भी मौजूद रही, ताकि किसी प्रकार की चूक न हो सके।
अवैध शराब कारोबारियों की पहचान जारी
टीम ने छापेमारी के बाद अवैध शराब कारोबार में शामिल लोगों की पहचान शुरू कर दी है।
जिन व्यक्तियों के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब कारोबार पर अब किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
सीमा क्षेत्रों में बढ़ी निगरानी, ड्रोन सर्विलांस से नियंत्रण
हजारीबाग के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन निगरानी और सघन गश्ती बढ़ा दी गई है ताकि झारखंड-बिहार सीमा पर अवैध शराब के परिवहन और निर्माण पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में चौपारण, बड़कागांव और टाटीझरिया इलाकों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।
