रांची (झारखंड): राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। झारखंड आपदा प्रबंधन विभाग को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए हैं। गुरुवार को आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपात बैठक बुलाई, जिसमें अधिकारियों को राहत कार्यों में तत्परता और पारदर्शिता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया।
झारखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
झारखंड बारिश अलर्ट के बीच रांची, हजारीबाग, धनबाद, दुमका और बोकारो समेत कई जिलों से भारी जलजमाव, फसल क्षति, सड़क कटाव, और मकान ढहने जैसी खबरें आई हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश का प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है, जहां संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिससे प्रशासन की चुनौती और बढ़ गई है।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने दिए त्वरित राहत के निर्देश
आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बैठक में साफ कहा कि “आपदा राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री तुरंत पहुंचाई जाए, और स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता दी जाए। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलेवार आपदा नियंत्रण कक्षों को सक्रिय किया गया है।
झारखंड के जिलों में आपात सेवाएं अलर्ट पर
प्रभावित जिलों में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और पुलिस बल को आपातकालीन सेवा मोड में रखा गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी अलर्ट पर हैं। जलजमाव वाले इलाकों में बोट और मोटर पंप की व्यवस्था, साथ ही अस्थायी राहत शिविरों की भी स्थापना की गई है। मंत्री ने अधिकारियों से फसल क्षति का त्वरित आकलन कर किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने को कहा।
सरकार की अपील: अफवाहों से बचें, सतर्क रहें
राज्य सरकार ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से फैलने वाली अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, और किसी भी आपात स्थिति में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से संपर्क करें। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी नागरिक की जरूरत को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।