रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय ने आगामी घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता आईजी अभियान ने की, जबकि आईजी सीआरपीएफ साकेत कुमार सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

घाटशिला उपचुनाव की सुरक्षा योजना पर विस्तृत चर्चा

बैठक में उपचुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती, सुरक्षित मतदान केंद्रों की पहचान, और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि उपचुनाव से पहले संवेदनशील क्षेत्रों की मैपिंग की जाएगी ताकि प्रत्येक बूथ पर पर्याप्त बल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

बलों की तैनाती और आवागमन की समीक्षा

बैठक में यह भी तय किया गया कि चुनाव के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CAPF) और राज्य पुलिस बलों की संयुक्त तैनाती की जाएगी।
समीक्षा में बलों की प्रतिनियुक्ति, सुरक्षित आवासन, और आवागमन व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मतदान से पूर्व और मतदान दिवस पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फोर्स मूवमेंट और कम्युनिकेशन सिस्टम को सुदृढ़ किया जाए।

10 कंपनियां होंगी तैनात, CISF की छह यूनिट शामिल

सूत्रों के अनुसार, घाटशिला उपचुनाव के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुल 10 केंद्रीय अर्धसैनिक बल कंपनियों की तैनाती प्रस्तावित है। इनमें से छह कंपनियां CISF की होंगी, जबकि अन्य चार कंपनियां CRPF और अन्य CAPF बलों से होंगी।
इसके अलावा, राज्य पुलिस बल की अतिरिक्त यूनिट्स भी संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात की जाएंगी।

मतदान केंद्रों की सुरक्षा और निगरानी तंत्र पर जोर

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी मतदान केंद्रों की डिजिटल निगरानी के लिए पर्याप्त CCTV कैमरे और ड्रोन निगरानी प्रणाली का उपयोग किया जाएगा।
संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि जिला स्तर पर कंट्रोल रूम और त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
इसके साथ ही, मतदान कर्मियों की सुरक्षा, मतदान सामग्री की सुरक्षित ढुलाई और मतगणना केंद्रों की सुरक्षा पर भी चर्चा की गई।

घाटशिला उपचुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था पर कड़ी निगरानी

पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि उपचुनाव के दौरान किसी भी तरह की अशांति, मतदाताओं को धमकाने या फर्जी मतदान की कोशिश पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
प्रत्येक थाना स्तर पर फ्लैग मार्च और एरिया डोमिनेशन की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है।
आईजी अभियान ने कहा कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार तैनाती और रिपोर्टिंग सिस्टम को सख्ती से लागू करने के आदेश दिए गए हैं।

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