देवघर, झारखंड: देवघर जिले की पुलिस ने मधुपुर थाना क्षेत्र के मिसरना गांव में हुई चर्चित डकैती कांड का खुलासा करते हुए छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से डकैती में प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी, दो पिस्टल और लगभग आठ लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। यह कार्रवाई जिले की कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मधुपुर डकैती मामले में देवघर पुलिस की कार्रवाई तेज
मिसरना गांव में बीते सप्ताह एक बड़े डकैती कांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। जानकारी के अनुसार, 8 से 10 की संख्या में डकैतों ने सीताराम मंडल के घर पर धावा बोला और लाखों रुपये के जेवरात और नकदी लूट ली। घटना घर में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई, जिससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले।
CCTV फुटेज और तकनीकी इनपुट से अपराधियों तक पहुंच
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग के आधार पर जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों के सहारे पुलिस ने डकैती में शामिल अपराधियों की पहचान की और छापेमारी अभियान चलाकर उन्हें गिरफ्तार किया।
देवघर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम ने लगातार निगरानी, मोबाइल ट्रैकिंग और क्षेत्रीय नेटवर्क का विश्लेषण कर अपराधियों को दबोचा।
गांडेय से स्कॉर्पियो और हथियार की बरामदगी
पुलिस ने गिरिडीह जिले के गांडेय थाना क्षेत्र के चेंगरबाद गांव से डकैती में इस्तेमाल की गई सफेद स्कॉर्पियो बरामद की। इसके अलावा, अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, एक खिलौना पिस्टल और डकैती की रकम में से करीब 8 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
बरामदगी के बाद पुलिस ने सभी वस्तुओं को साक्ष्य के रूप में जब्त कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
फरार अपराधियों की तलाश जारी
देवघर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अपराधियों से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर अन्य फरार सहयोगियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर पूरे नेटवर्क को खत्म कर दिया जाएगा।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि देवघर पुलिस अपराध नियंत्रण और त्वरित कार्रवाई के लिए तकनीकी संसाधनों का प्रभावी उपयोग कर रही है।
देवघर में अपराध नियंत्रण पर पुलिस की कड़ी निगरानी
हाल के दिनों में देवघर पुलिस ने जिले में सक्रिय आपराधिक गिरोहों पर शिकंजा कसने के लिए कई सफल अभियान चलाए हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अपराधियों पर लगातार सर्विलांस और इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
देवघर, मधुपुर, गांडेय और गिरिडीह के सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की विशेष गश्त और जांच अभियान जारी है।
