रांची: हेमंत सोरेन कैबिनेट में विभाग बंटवारे को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के बीच खींचतान जारी है। गुरुवार को कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने शपथ ली, जिसके बाद कांग्रेस द्वारा चार मंत्रियों के विभागों का जिक्र करते हुए एक पत्र जारी किया गया। इस पत्र के मुताबिक, दीपिका पांडे सिंह को स्वास्थ्य विभाग, इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास, शिल्पी नेहा तिर्की को कृषि और राधा कृष्ण किशोर को वित्त व खाद्य आपूर्ति विभाग सौंपा गया।
सीएम हेमंत सोरेन नाराज, इरफान अंसारी पर सवाल
पुख्ता सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस के मंत्री इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास विभाग दिए जाने से असहमति जता रहे हैं। इसका कारण अंसारी द्वारा झामुमो से जुड़े कुछ नेताओं के खिलाफ दिए गए विवादित बयान माने जा रहे हैं। अंसारी की बयानबाजी को लेकर पहले भी विवाद हुआ है, और मुख्यमंत्री उनकी कार्यशैली से खुश नहीं हैं।
कैबिनेट की बैठक में हो सकता है बड़ा फैसला
शुक्रवार को झारखंड कैबिनेट की बैठक होने जा रही है, जिसमें विभागों का बंटवारा किसी भी हाल में किया जाना है। हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) और कांग्रेस के बीच जारी मतभेदों के चलते यह प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। सूत्रों का कहना है कि दीपिका पांडे सिंह को स्वास्थ्य विभाग की बजाय ग्रामीण विकास विभाग सौंपा जा सकता है। इसके अलावा, अन्य विभागों में भी बदलाव की संभावना है।
वायरल चिट्ठी पर झामुमो की नाराजगी
झामुमो ने कांग्रेस द्वारा जारी चिट्ठी के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर नाराजगी जताई है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान द्वारा भेजा गया पत्र सिर्फ आंतरिक चर्चा के लिए था, लेकिन यह चिट्ठी सार्वजनिक कैसे हो गई, इस पर कांग्रेस कोई जवाब नहीं दे पा रही। इसे कांग्रेस की बड़ी चूक माना जा रहा है, जिसने झामुमो और कांग्रेस के बीच दूरियां बढ़ा दी हैं।
फेरबदल की संभावना
सूत्रों का कहना है कि हेमंत सोरेन कांग्रेस मंत्रियों के विभागों में बड़े फेरबदल की योजना बना रहे हैं। विभागों का बंटवारा आज शाम तक पूरा होने की उम्मीद है। कांग्रेस इस विवाद को सुलझाने और विभाग बंटवारे को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए प्रयासरत है।
विभाग बंटवारे में देरी पर नजरें टिकीं
कैबिनेट की बैठक और विभागों के आवंटन में देरी के चलते झारखंड की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अब देखना यह है कि क्या कांग्रेस और झामुमो के बीच समझौता होता है या फिर विवाद और बढ़ता है।