रांची नगर निगम सफाई एजेंसी पर पेनाल्टी लगाने की तैयारी में

रांची: राजधानी रांची की सफाई व्यवस्था को लेकर रांची नगर निगम (RMC) ने सख्त रुख अपनाया है। दिसंबर 2024 में जिन स्वच्छता एजेंसियों को शहर की डोर-टू-डोर कचरा उठाव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, वे अपेक्षित परिणाम देने में विफल साबित हुई हैं। निगम ने अब एजेंसी पर पेनाल्टी लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में घोर लापरवाही, कई वार्डों से लगातार मिल रही शिकायतें

शहर के 53 वार्डों में डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन को लेकर एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि मई 2025 तक ढाई लाख से अधिक हाउसहोल्ड्स से नियमित कचरा उठाया जाए। लेकिन डोरंडा, लालपुर, हरमू, चुटिया, कोकर जैसे इलाकों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि एक सप्ताह तक कचरा नहीं उठाया गया है। इससे गंदगी, दुर्गंध, जलजमाव और मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है।

RMC ने दिया था मई तक अल्टीमेटम, फिर भी नहीं सुधरी व्यवस्था

नगर निगम ने एजेंसी को सुधार के लिए मई 2025 तक का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन निर्धारित समयसीमा के बावजूद स्वच्छता एजेंसी की कार्यप्रणाली में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है। कई बार चेतावनी देने के बाद अब रांची नगर निगम ने आर्थिक दंड लगाने का निर्णय लिया है।

RFID टैगिंग योजना भी धीमी, निगरानी व्यवस्था प्रभावित

आरएफआईडी टैगिंग सिस्टम को हर घर पर लागू कर कचरा उठाव की पारदर्शिता सुनिश्चित करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन अब तक केवल 80,000 घरों में टैगिंग हो पाई है। इसका सीधा असर सफाई निगरानी व्यवस्था पर पड़ा है। बिना RFID टैगिंग के ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग असंभव हो रहा है, जिससे कार्य प्रणाली बाधित हो रही है।

अनुबंध की समीक्षा और टर्मिनेशन की संभावना

नगर निगम के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित समय तक काम में सुधार नहीं होता है, तो एजेंसी के साथ हुए अनुबंध की समीक्षा की जाएगी। प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहने पर एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त भी किया जा सकता है।

नगर निगम की सफाई समीक्षा जारी, कार्रवाई के संकेत

सहायक प्रशासक निहारिका तिर्की ने जानकारी दी कि निगम द्वारा लगातार वार्डवार निरीक्षण और समीक्षा बैठकें की जा रही हैं। जिन इलाकों में गंदगी पाई जा रही है, वहां विशेष टीम भेजी जाएगी। उन्होंने कहा, “सफाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एजेंसी को या तो कार्य सुधारना होगा या कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।”

नागरिकों में असंतोष, नालियों की सफाई न होने से बिगड़ी स्थिति

शहर के कई क्षेत्रों में कचरे के ढेर और जाम नालियों की वजह से नागरिकों का आक्रोश सामने आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार शिकायतों के बाद भी एजेंसी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। इससे स्वच्छता अभियान पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है।

एजेंसी की निष्क्रियता से प्रभावित हो रहा रांची का स्वच्छता रैंकिंग लक्ष्य

रांची नगर निगम का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में सुधार करना है, लेकिन एजेंसी की निष्क्रियता से यह लक्ष्य खतरे में पड़ सकता है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह स्थिति नगर निगम की छवि और शहर के नागरिक जीवन दोनों को प्रभावित कर सकती है।

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