DGP ने झारखंड पुलिस मुख्यालय में फहराया तिरंगा

झारखंड: 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड पुलिस मुख्यालय में एक भव्य समारोह आयोजित हुआ। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पुलिसकर्मियों, मीडिया प्रतिनिधियों व उपस्थित नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने देश के स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानियों के कारण ही आज देश आजाद है।

नक्सलवाद के खिलाफ झारखंड पुलिस की बड़ी उपलब्धियां

डीजीपी ने वर्ष 2025 की पहली छमाही में झारखंड पुलिस की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की गई।

  • 197 नक्सली गिरफ्तार
  • 10 नक्सलियों का आत्मसमर्पण
  • पुलिस मुठभेड़ों में 17 नक्सली ढेर
    इस दौरान चार वीर जवानों ने शहादत दी, जिनमें सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर के अधिकारी व जवान शामिल हैं।

संगठित अपराध और आतंकी नेटवर्क पर कार्रवाई

डीजीपी के अनुसार, पुलिस ने 12 संगठित अपराधियों को गिरफ्तार किया।
एटीएस (एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत-तहरीर के पांच सक्रिय सदस्यों को दबोचा, जिससे राज्य में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगी।

मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ झारखंड पुलिस का अभियान

जनवरी से जून 2025 के बीच:

  • 484 अभियुक्त गिरफ्तार
  • 34.09 करोड़ रुपये मूल्य के अवैध मादक पदार्थ जब्त
  • 27,000 एकड़ भूमि पर अफीम की फसल नष्ट
    डीजीपी ने कहा कि यह अभियान आगे भी सख्ती से जारी रहेगा।

साइबर अपराध नियंत्रण में झारखंड पुलिस की सफलता

पहली छमाही में पुलिस ने 700 से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया।

  • प्रतिबिंब ऐप के जरिए 474 अपराधी पकड़े गए
  • डायल 1930 हेल्पलाइन से 16 करोड़ रुपये फ्रीज
  • 80 लाख रुपये पीड़ितों को लौटाए गए
    डीजीपी ने कहा कि साइबर सुरक्षा को लेकर आम नागरिकों को भी जागरूक किया जा रहा है।

जनता-पुलिस संवाद और शिकायत समाधान

मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जनवरी और 16 अप्रैल 2025 को ‘जन शिकायत समाधान कार्यक्रम’ आयोजित हुए, जिनमें 4,000 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं और लगभग 3,500 मामलों का तुरंत निपटारा किया गया।

महिला सुरक्षा को लेकर ठोस पहल

डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों में महिला हेल्पडेस्क और महिला थाने सक्रिय हैं। महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए ‘महिला शक्ति कमांडो’ का गठन किया गया है। सार्वजनिक स्थानों पर महिला हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित किए गए हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।

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