रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। सोमवार को उन्होंने भवनाथपुर और गढ़वा विधानसभा सीटों पर झामुमो प्रत्याशियों के नामांकन के बाद आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर बड़ा जुबानी हमला बोला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग ने अपनी संवैधानिक ताक़तों का उपयोग कर हमारी सरकार को अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं करने दिया। उसने निश्चित समय के पहले चुनाव की घोषणा कर दी है। किसी मतदान केंद्र पर वोट का समय बढ़ाकर तो कहीं घटाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। हमें तो आशंका है कि ईवीएम में भी गड़बड़ी की जा सकती है।

सोरेन ने आगे कहा कि संवैधानिक संस्थाएं केंद्र सरकार की कठपुतली बन कर बीजेपी का काम कर रही हैं, वह किसी से छिपा नहीं है। इसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने मैं हूं। इन्होंने दो साल तक बेवजह मुझे परेशान किया, ठीक से काम करने नहीं दिया। मैं अपने राज्यवासियों के लिए काम कर रहा था तो मुझे झूठे आरोप में फंसाकर जेल में डाल दिया। लेकिन इन्हें पता नहीं है कि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं। हेमंत सोरेन न झुका है, न झुकेगा।

झामुमो नेता ने इस चुनाव को झारखंड के हक-अधिकार और मान-सम्मान का चुनाव बताते हुए कहा कि राज्य के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली भाजपा को राज्य की जनता करारा जवाब देगी। वह समाज को तोड़ने और झूठ फैलाने की राजनीति करने वाली भाजपा पर पूर्ण विराम लगाएगी।

मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने विकास की ऐसी लकीर खींची है कि सब कुछ एक साथ गिनाना मुश्किल है। मंईयां सम्मान योजना से हर घर को लाभ हुआ है। दिसंबर से इसकी राशि ढाई हजार रुपए हो जायेगी। अगली बार हर महिला को साल में एक लाख रुपए दिए जाएंगे, लेकिन भाजपा के लोग अब लोगों से फॉर्म भरवा रहे हैं। लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने गढ़वा से झामुमो के उम्मीदवार और अपने मंत्रिमंडल के साथी मिथिलेश ठाकुर एवं भवनाथपुर से अनंत प्रताप देव को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। इसके पहले इन दोनों उम्मीदवारों ने नामांकन के पर्चे दाखिल किए।

इसे भी पढ़ें

बेटिकट हुए कई भाजपा नेताओं का इस्तीफा, तीन पूर्व विधायकों ने भी पार्टी छोड़ी

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version