झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार रांची की सीट पर एक नई लहर देखने को मिल रही है। जाने-माने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. बीपी कश्यप, जिनका चिकित्सा क्षेत्र में चार दशक का अनुभव है, अब रांची की जनता की सेवा करने के उद्देश्य से चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनके समर्पण और चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के चलते, यह मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है।
डॉ. बीपी कश्यप का 40 वर्षों का सेवा सफर
डॉ. बीपी कश्यप ने रांची में अब तक 1.86 लाख से अधिक मरीजों का नेत्र उपचार किया है। 67 वर्ष की उम्र में वे अब राजनीति में उतरकर रांची की मूलभूत आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उनका मुख्य फोकस स्वास्थ्य, सड़क, और पेयजल जैसी समस्याओं को सुलझाना है, जिससे रांची के लोगों को उच्च-स्तरीय सुविधाएं मिल सकें।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में डॉ. कश्यप का योगदान
डॉ. बीपी कश्यप ने झारखंड में सबसे बड़े सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल की स्थापना की, जो NABH मानकों पर आधारित है। यह अस्पताल रेटिना, कॉर्निया, ग्लूकोमा, और कैंसर जैसी गंभीर नेत्र समस्याओं का इलाज करता है। उनका सपना है कि झारखंड के लोग इलाज के लिए दिल्ली या वेल्लोर न जाएं, बल्कि उन्हें यहीं उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
नेत्रदान जागरूकता अभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहीं डॉ. भारती कश्यप
डॉ. कश्यप की पत्नी डॉ. भारती कश्यप भी चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में अपने काम के लिए जानी जाती हैं। 1996 में उन्होंने नेत्रदान जागरूकता अभियान की शुरुआत की और 2002 में कश्यप मेमोरियल आई बैंक की स्थापना की। इस पहल से झारखंड में आई ट्रांसप्लांटेशन संभव हुआ और हर साल अस्पताल में 100 से अधिक आई ट्रांसप्लांट किए जाते हैं।
झारखंड के सरकारी स्कूलों में नेत्र परीक्षण
डॉ. भारती ने झारखंड के सरकारी स्कूलों में 20 लाख से अधिक बच्चों की नेत्र जांच करवाई है, जिसमें कई बच्चों को मुफ्त चश्मे और सर्जरी की सुविधा भी दी गई है। उनका उद्देश्य झारखंड के बच्चों को स्वस्थ नेत्र दृष्टि देना है ताकि वे बिना किसी समस्या के अध्ययन कर सकें।
कश्यप परिवार का चिकित्सा में ऐतिहासिक योगदान
डॉ. कश्यप के पिता, डॉ. भरत प्रसाद कश्यप, ने 1979 में झारखंड का पहला आई ट्रांसप्लांट किया था। उनके बेटे, डॉ. विभूति कश्यप, जो एम्स दिल्ली से विट्रियो-रेटिना विशेषज्ञ हैं, अब इस क्षेत्र में नए शोध और उपचार की पहल कर रहे हैं। उन्होंने डायबिटिक रेटिनोपैथी पर रिसर्च किया है, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया गया है।
सम्मान और उपलब्धियां
डॉ. बीपी कश्यप और डॉ. भारती कश्यप को उनके सेवा कार्यों के लिए कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। डॉ. भारती को 2017 में नारी शक्ति पुरस्कार मिला, जबकि डॉ. बीपी कश्यप को ISCKRS एक्सीलेंस अवार्ड समेत कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा गया है।
डॉ. बीपी कश्यप के मेडिकल इनोवेशन्स
- 1984: रांची में पहली बार रेटिना उपचार की शुरुआत।
- 2003: प्रीमैच्योर बच्चों की आंखों की देखभाल के लिए विशेष कार्यक्रम।
- 2006: रेटिना के इलाज के लिए इंट्राविट्रियल इंजेक्शन का प्रारंभ।
- 2021: रेटिना दवाइयों का क्लिनिकल ट्रायल।
- 2022: झारखंड के पहले आई ट्रांसप्लांट प्रशिक्षण सुविधा की स्थापना।
चुनावी मैदान में डॉ. बीपी कश्यप
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत रांची विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है। इस बार भाजपा के सीपी सिंह, झामुमो की महुआ माजी और डॉ. बीपी कश्यप, रांची की जनता के विश्वास के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। रांचीवासियों के लिए यह एक अवसर है कि वे अपने क्षेत्र में सुधार के लिए चिकित्सा और सेवा भावना से जुड़े इस अनुभवी नेता को आजमा सकते हैं।