स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
उन्होंने राज्य में आगामी चुनाव से पहले 12 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया।
अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने पहले 10 लाख नौकरियों का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 लाख कर दिया गया है।
रोजगार के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां
नीतीश कुमार ने अपने भाषण में इस बात पर भी प्रकाश डाला कि उनकी सरकार ने कितनी नौकरियां और रोजगार के अवसर अब तक प्रदान किए हैं।
उन्होंने कहा कि 2020 में सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख नौकरियां और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था।
अब तक 5 लाख 16 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं, जबकि दो लाख से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
10 नहीं, अब 12 लाख नौकरियां
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि आने वाले चुनाव से पहले 10 लाख की बजाय 12 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “2022 में हमने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन अब यह संख्या 12 लाख हो गई है।”
रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे
सिर्फ सरकारी नौकरियां ही नहीं, नीतीश कुमार ने यह भी ऐलान किया कि राज्य में रोजगार के अवसरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछले चार वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में 24 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है।
अब इस साल और अगले साल चुनाव से पहले 10 लाख और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष निशाना
नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा कि सरकार शुरू से ही युवाओं को नौकरी देने के लिए काम कर रही है, लेकिन बीच में कुछ लोग आकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे थे।
शहरी क्षेत्रों में भी बनेगा स्वयं सहायता समूह
मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह (SHG) की सफलता पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2006 में वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में SHG की शुरुआत की गई थी, जिसे जीविका के नाम से जाना जाता है।
अब तक राज्य में 10 लाख 51 हजार समूह बन चुके हैं, जिसमें 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब शहरी क्षेत्रों में भी इस मॉडल को लागू किया जाएगा।
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