झारखंड राज्य स्तरीय दिशा समिति में पलामू के देवेश तिवारी की नियुक्ति
रांची (झारखंड) – भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने झारखंड राज्य स्तरीय दिशा समिति में “प्रतिष्ठित व्यक्ति” श्रेणी के अंतर्गत देवेश तिवारी को सदस्य नियुक्त किया है। यह समिति केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रमुख योजनाओं की निगरानी और समन्वयन के लिए गठित की जाती है, जिसमें देवेश तिवारी को शामिल किए जाने को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
विकास योजनाओं की निगरानी के लिए गठित होती है दिशा समिति
दिशा (DISHA) यानी जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति केंद्र सरकार की 97 फ्लैगशिप योजनाओं और 34 मंत्रालयों के कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन और मूल्यांकन की निगरानी करती है। राज्य स्तरीय दिशा समिति के अध्यक्ष संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री होते हैं, जबकि राज्य के मुख्य सचिव समिति के सदस्य सचिव की भूमिका निभाते हैं। इसमें विभिन्न विभागों के सचिव, सांसद, विधायक एवं प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।
Jharkhand News : क्लास-1 अधिकारी के समकक्ष होता है प्रतिष्ठित व्यक्ति का पद
राज्य स्तरीय दिशा समिति में “प्रतिष्ठित व्यक्ति” के रूप में चयनित सदस्य का पद क्लास-1 अधिकारी के समकक्ष होता है। यह पद राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देवेश तिवारी की नियुक्ति से यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार युवा नेतृत्व को सशक्त मंच दे रही है।
Devendra Tiwari Palamu : पलामू के लहलहे गांव से राष्ट्रीय मंच तक
देवेश तिवारी, जो कि पलामू जिले के लहलहे गांव के मूल निवासी हैं, ने इस सम्मान को झारखंड की ग्रामीण प्रतिभा की मान्यता बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह नियुक्ति उनके लिए एक “राष्ट्रीय सेवा का अवसर” है।
सबसे कम उम्र में राष्ट्रीय समिति में शामिल होने का गौरव
देवेश तिवारी ने बताया कि वे भारत सरकार के किसी भी आयोग, बोर्ड या समिति में सबसे कम उम्र में नियुक्त होने वाले सदस्य बन गए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा, पारदर्शिता और समर्पण के साथ निभाएंगे और झारखंड सहित भारत के ग्रामीण विकास में अपना सक्रिय योगदान देंगे।