रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को तोरपा विधानसभा क्षेत्र के झामुमो प्रत्याशी सुदीप गुड़िया के पक्ष में तपकरा बाजार में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि असम की चाय बगानों में काम करने वाले झारखंड के लाखों आदिवासियों की पहचान भारतीय जनता पार्टी ने मिटा दी। ये आदिवासी न सिर्फ वहां शोषित हो रहे हैं, बल्कि उन्हें वहां की सरकार ने आदिवासी के दर्जे से वंचित रखा है। उनकी पहचान, उनकी सभ्यता, सब कुछ खत्म की जा चुकी है। अब उसी असम प्रदेश के सीएम यहां आकर आदिवासियों का हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं। ये लोग यहां के आदिवासियों को बोका और बेवकूफ समझते हैं। ये लोग चुनाव तक यहां के मेहमान हैं। इसके बाद आप इन्हें ढूंढते रह जाएंगे।
सोरेन ने कहा कि बीजेपी का मतलब ही है बड़का झूठा पार्टी। इस पार्टी के नेताओं ने साजिश रचकर कई बार झारखंड में हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की, पर विफल रहे। झारखंड की जनता ने हर बार हमारी ताकत बनकर भाजपा की हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया है। इन्होंने 20 वर्षों से झारखंड को दोनों हाथों से लूटा है। मगर अब इनकी कोई साजिश काम नहीं आयेगी।
सोरेन ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमने मात्र पांच साल में इतने काम किए हैं कि इसकी गिनती भी भाजपा के लोग नहीं कर पाएंगे। दो साल तक कोरोना की चुनौती और उसके बाद विरोधियों की साजिशों के बीच भी हमने लंबी लकीर खींच दी। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जनता विकास, अधिकार, और बेहतर भविष्य के लिए एक बार फिर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में सरकार बनाएगी।
इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सुदीप गुड़िया ने सभी को संबोधित करते कहा कि 2019 में जब झारखंड में हेमंत सरकार बनी, तभी से भाजपा ने सरकार को अस्थिर करना शुरू कर दिया। इन परिस्थितियों में भी हेमंत सरकार ने अच्छा काम किया। कोरोना काल में मजदूरों को विमान से लाया गया। कोरोना काल में भी किसी को भूखा नहीं रहने दिया। उन्होंने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं और यहां के जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा।
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