रांची : नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 निर्माण को लेकर रविवार को माहौल तनावपूर्ण हो गया। विरोध करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने नगड़ी से लगभग तीन किलोमीटर दूर ही रोक दिया। प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी है ताकि कोई भी समूह नगड़ी की सीमाओं तक न पहुंच सके।
नगड़ी में रिम्स-2 विरोध पर कड़ी सुरक्षा
नगड़ी के जिस कृषि भूमि पर रिम्स-2 प्रोजेक्ट शुरू होना है, वहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। कांके रोड पर जगह-जगह बैरिकेटिंग की गई है और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, बुलेट प्रूफ वाहन और बड़ी संख्या में जवान तैनात किए गए हैं।
नेताओं और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया
सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं और संगठनों के आंदोलन में शामिल होने की आशंका थी, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया है। कांके थाना क्षेत्र से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें नगड़ी गांव के विकास उरांव, सीता कच्छप, नंदी कच्छप और फुलकेरिया टोप्पो शामिल हैं। इन सभी को थाने में रखा गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वालों को रोका गया
ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग नगड़ी पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रातू थाना क्षेत्र के तिलता चौक और अन्य जगहों पर ही रोक दिया। जानकारी के अनुसार, मांडर और लोहरदगा से आए आदिवासी समाज के लोग नगड़ी जाने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हलचल
प्रशासन की सख्ती के बावजूद कुछ समूहों ने नगड़ी की ओर बढ़ने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प और नोकझोंक भी होने की सूचना है। हालांकि हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार गश्त कर रही है।
आदिवासी संगठनों ने भूमि बचाने का दिया तर्क
विरोध कर रहे आदिवासी संगठनों का कहना है कि रिम्स-2 प्रोजेक्ट के लिए चुनी गई जमीन उनकी खेती और आजीविका से जुड़ी है। उनका आरोप है कि प्रशासन भूमि अधिग्रहण को लेकर पारदर्शिता नहीं दिखा रहा है। आंदोलनकारियों ने यह भी कहा है कि वे अपनी भूमि अधिकार की लड़ाई को जारी रखेंगे।
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