रांची: अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस (International Nurses Day 2025) के अवसर पर शनिवार को रांची सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नर्सिंग पेशे से जुड़ी महिलाओं और पुरुषों के समर्पण, सहानुभूति और सेवा भाव को सम्मानित किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “नर्सों के बिना कोई भी अस्पताल नहीं चल सकता। नर्सें किसी भी स्वास्थ्य संस्था की रीढ़ होती हैं। डॉक्टर इलाज करते हैं, लेकिन नर्सें मरीजों के साथ ज़्यादा समय बिताती हैं, उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखती हैं और दवा से लेकर देखभाल तक की ज़िम्मेदारी निभाती हैं।”

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2025 पर रांची में हुआ सम्मान समारोह

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और स्वागत गीत से हुई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा उत्कृष्ट सेवा देने वाली नर्सों को शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में फ्लोरेंस नाइटिंगल (Florence Nightingale) की निःस्वार्थ सेवा को याद करते हुए, उनके आदर्शों को अनुसरण करने की शपथ भी दिलाई गई।

डॉ. प्रभात कुमार ने नर्सों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि “आपातकालीन परिस्थितियों में सबसे पहले नर्सें ही मरीजों की देखभाल करती हैं। उनकी सजगता ही जीवन रक्षा में मददगार बनती है। सदर अस्पताल को जो राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार मिले हैं, वह यहां की नर्सिंग टीम की मेहनत का ही परिणाम है।”

नर्सों की सेवा से मिला सदर अस्पताल को राज्य स्तर पर सम्मान

डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. बिमलेश सिंह ने भी नर्सों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “सदर अस्पताल की मौजूदा प्रतिष्ठा नर्सों की मेहनत और समर्पण का ही नतीजा है। आज हमारा अस्पताल झारखंड के अग्रणी सरकारी अस्पतालों में गिना जाता है, और इसके पीछे नर्सिंग स्टाफ की अथक सेवा है।”

स्वास्थ्य कार्यकर्ता और समाजसेविका ज्योति शर्मा ने भी कहा कि नर्सें भारतीय स्वास्थ्य सेवा तंत्र की मूल धुरी हैं। “उनकी सहनशक्ति, करुणा और अनुशासन उन्हें विशेष बनाते हैं। समाज और सरकार को मिलकर नर्सों को हर स्तर पर सहयोग देना चाहिए।”

रांची में आयोजित कार्यक्रम में कई वरिष्ठ चिकित्सकों की उपस्थिति

कार्यक्रम में रांची सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. बिमलेश सिंह, डॉ. आर.के. सिंह, डॉ. स्टीफन खेस, नर्सिंग अधीक्षकगण, स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी, और समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर नर्सों की सेवा भावना को सलाम किया और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे मरीजों की सेवा में अपना श्रेष्ठ योगदान जारी रखें।

नर्स दिवस पर जागरूकता और सेवा का संकल्प

समारोह के अंत में उपस्थित सभी नर्सिंग स्टाफ को शपथ दिलाई गई कि वे निःस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा करेंगे और हर परिस्थिति में संवेदनशील व तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर “नर्सिंग एज़ प्रोफेशन” को समाज में नई पहचान दिलाने और उनकी कार्यस्थितियों को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया गया।

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