Ranchi News : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) अब राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (School Education Department) और निबंधन विभाग (Registration Department) का कार्यभार भी संभालेंगे। कैबिनेट सचिवालय एवं निगरानी विभाग (समन्वय) की ओर से सोमवार देर रात आदेश जारी किया गया।
झारखंड कैबिनेट सचिवालय का आदेश जारी
कैबिनेट सचिव वंदना दादेल (Vandana Dadel) के हस्ताक्षर से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब अपने मौजूदा विभागों के साथ-साथ स्कूली शिक्षा और निबंधन विभाग की जिम्मेदारी भी देखेंगे।
यह फैसला शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन (Ramdas Soren) के निधन के बाद लिया गया है।
शिक्षा और निबंधन विभाग सीधे मुख्यमंत्री के अधीन
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद विभाग का नेतृत्व खाली था। अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं इन विभागों का प्रभार लेकर शिक्षा व्यवस्था और निबंधन प्रक्रिया पर निगरानी करेंगे।
इस आदेश के साथ झारखंड में शिक्षा सुधार (Jharkhand Shiksha Sudhar), स्कूल प्रबंधन (School Management) और रजिस्ट्री सिस्टम (Registry System) सीधे मुख्यमंत्री के अधीन आ गए हैं।
झारखंड में शिक्षा सुधार की संभावनाएं
शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री के अधीन आने से राज्य में स्कूली शिक्षा (Jharkhand School Education) की गुणवत्ता और सुधार की संभावनाएं बढ़ी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मुख्यमंत्री के पास प्रत्यक्ष प्रभार होने से –
- शिक्षा से जुड़े फैसलों में तेजी आएगी।
- ग्रामीण व शहरी स्कूलों की समस्याओं के समाधान की गति बढ़ेगी।
- निबंधन प्रक्रिया (Registration Process) अधिक पारदर्शी और सरल हो सकती है।
रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई जिम्मेदारी
हाल ही में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का निधन हुआ था। उनके पास स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और निबंधन विभाग दोनों का प्रभार था।
अब इन दोनों अहम विभागों की जिम्मेदारी सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दी गई है।
राज्य में अब शिक्षा और निबंधन विभाग से जुड़े सभी बड़े फैसले मुख्यमंत्री स्तर पर होंगे।
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने आदेश जारी करते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि विभागों के सुचारु संचालन के लिए सभी अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेंगे।
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