रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नाला से विधायक रबींद्रनाथ महतो को सर्वसम्मति से झारखंड विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। यह उनकी दूसरी बार अध्यक्ष पद पर नियुक्ति है। महतो के निर्वाचन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने उन्हें आसन तक पहुंचाकर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया।
प्रस्तावों के जरिए चुना गया अध्यक्ष
रबींद्रनाथ महतो को अध्यक्ष निर्वाचित करने के लिए कुल सात प्रस्ताव पेश किए गए थे।
- पहला प्रस्ताव: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पेश किया, जिसका समर्थन मथुरा प्रसाद महतो (टुंडी विधायक) ने किया।
- दूसरा प्रस्ताव: मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने पेश किया, जिसका समर्थन रामेश्वर उरांव ने किया।
- तीसरा प्रस्ताव: सुरेश पासवान ने रखा, जिसे नरेश सिंह ने समर्थन दिया।
- चौथा प्रस्ताव: अरूप चटर्जी ने पेश किया, जिसका समर्थन चंद्रदेव महतो ने किया।
- पांचवां प्रस्ताव: बाबूलाल मरांडी ने पेश किया, जिसे सीपी सिंह ने समर्थन दिया।
- छठा प्रस्ताव: सरयू राय ने रखा, जिसे जनार्दन पासवान ने समर्थन दिया।
- सातवां प्रस्ताव: जयराम कुमार महतो ने पेश किया, जिसका समर्थन निर्मल महतो ने किया।
सर्वसम्मति के बाद ऐतिहासिक पल
अध्यक्ष चुने जाने के बाद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने रबींद्रनाथ महतो को आसन तक पहुंचाकर अध्यक्ष पद पर बैठाया। यह घटना सदन में राजनीतिक दलों के बीच आपसी सौहार्द और सम्मान को दर्शाती है।
अध्यक्ष पद पर दोबारा नियुक्ति
यह रबींद्रनाथ महतो की अध्यक्ष के रूप में दूसरी पारी है। उनके नेतृत्व में झारखंड विधानसभा ने पहले भी सुचारू रूप से कार्य किया है। उनकी दोबारा नियुक्ति से सदन में सकारात्मक और प्रगतिशील संवाद की उम्मीदें बढ़ गई हैं।