प्रयागराज, 28 जनवरी 2025: प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार देर रात हुए भगदड़ में 20 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। मरने वालों में झारखंड के पलामू जिले की एक महिला भी शामिल है।
गायत्री देवी की मौत, परिवार सदमे में
मृतका की पहचान रेहला थाना क्षेत्र के तोलरा गांव निवासी गायत्री देवी (60) के रूप में हुई है। वह अपने पति अमरेश पांडेय और अन्य परिजनों के साथ महाकुंभ में शामिल होने गई थीं। दुखद संयोग यह है कि गायत्री देवी का बेटा सीआरपीएफ में तैनात है और हादसे के समय प्रयागराज में ही ड्यूटी पर था।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार रात 1:30 बजे त्रिवेणी संगम तट पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि अमृत स्नान के चलते पीपा पुल बंद थे, जिससे संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ अत्यधिक बढ़ गई। बैरिकेडिंग के पास कुछ लोग गिर पड़े, जिससे भगदड़ की अफवाह फैल गई।
- एंट्री और एग्जिट रास्ते अलग नहीं थे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
- भगदड़ के दौरान भागने का रास्ता न मिलने से कई लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए।
- गायत्री देवी भी इसी भगदड़ की चपेट में आ गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रशासन पर उठे सवाल
श्रद्धालुओं का कहना है कि कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। सुरक्षा इंतजामों की कमी और अव्यवस्थित बैरिकेडिंग के कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और घायलों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
परिवार की मांग
गायत्री देवी के परिवार ने झारखंड सरकार से मुआवजे की मांग की है और घटना की उच्चस्तरीय जांच की अपील की है।