श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार व्यापार और बस सेवा को पुनः शुरू करने की अपील की है।

महबूबा मुफ्ती का कहना है कि सीमा पार व्यापार भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है, जिससे क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की जा सकती है।

एलओसी व्यापार और बस सेवा का इतिहास

बारामुला जिले में उड़ी और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद के बीच क्रॉस-एलओसी बस सेवा की शुरुआत 2005 में हुई थी।

इसके बाद 2008 में उड़ी और पुंछ के माध्यम से क्रॉस-एलओसी व्यापार को भी शुरू किया गया।

लेकिन 2019 में, केंद्र सरकार ने इस व्यापार और बस सेवा को यह कहते हुए रोक दिया कि कुछ असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्व इन मार्गों का उपयोग हवाला धन, हथियारों और नशा तस्करी के लिए कर रहे थे।

व्यापारियों की समस्याओं पर महबूबा की चिंता

महबूबा मुफ्ती ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि क्रॉस-एलओसी व्यापार से जुड़े व्यापारी इन सेवाओं के बंद होने के बाद संकट में हैं और बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि आयकर विभाग द्वारा व्यापारियों को गैर-मौद्रिक लेनदेन के लिए कर भुगतान की मांग की जा रही है, जबकि उस समय कोई कराधान लागू नहीं था।

उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार वस्तु विनिमय प्रणाली पर आधारित था और उस समय इसे बिना किसी कर की गुंजाइश के मुक्त व्यापार के रूप में माना गया था।

लेकिन पिछले कुछ समय से व्यापारी आयकर विभाग, जीएसटी नोटिस और आईटी छापों से परेशान हो रहे हैं, जिससे उनके लिए व्यापार करना मुश्किल हो गया है।

महबूबा मुफ्ती का यह कदम एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पार व्यापार को बहाल करने की मांग को उजागर करता है, जो उनके अनुसार न केवल आर्थिक बल्कि शांति प्रक्रिया के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है।

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