Ranchi: झारखंड आंदोलन के पुरोधा और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर आज शाम पांच बजे रांची लाया जाएगा। दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में सोमवार सुबह उनका निधन हो गया। उनके निधन से पूरे झारखंड में शोक की लहर है। झारखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।

शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर आज शाम पहुंचेगा रांची

दिल्ली से शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर एयरलिफ्ट कर रांची लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनका पार्थिव शरीर शाम को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेगा। वहां से शव को मोरहाबादी स्थित आवास ले जाया जाएगा, जहां JMM के नेता, कार्यकर्ता और आम नागरिक श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय और विधानसभा परिसर में रखा जाएगा शव

मंगलवार की सुबह दिशोम गुरु का पार्थिव शरीर झामुमो पार्टी कार्यालय और फिर झारखंड विधानसभा परिसर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद करीब दोपहर दो बजे शव को उनके पैतृक गांव नेमरा (प्रखंड गोला, जिला रामगढ़) ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

झारखंड विधानसभा का सत्र स्थगित, पूरे राज्य में शोक की लहर

शिबू सोरेन के निधन के बाद झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। राज्यभर में सभी राजनीतिक दलों, संगठनों और नागरिकों ने उनकी मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें “झारखंड की आत्मा” बताया है।

शिबू सोरेन का राजनीतिक योगदान और नेतृत्व

38 वर्षों से अधिक समय तक झारखंड मुक्ति मोर्चा का नेतृत्व करने वाले शिबू सोरेन ने झारखंड राज्य निर्माण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे।

  • पहली बार: 2 मार्च 2005 से 12 मार्च 2005
  • दूसरी बार: 27 अगस्त 2008 से 19 जनवरी 2009
  • तीसरी बार: 30 दिसंबर 2009 से 1 जून 2010

इसके अलावा, उन्होंने 8 बार लोकसभा और 3 बार राज्यसभा का प्रतिनिधित्व किया। वे केंद्र सरकार में कोयला मंत्री भी रहे। झारखंड में उन्हें “दिशोम गुरु” यानी “जनजातीय समुदायों के मार्गदर्शक” के रूप में सम्मानित किया जाता रहा है।

सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारी

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। रामगढ़ जिला प्रशासन और रांची पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बल तैनात किए गए हैं।

राजकीय श्रद्धांजलि और जनभागीदारी

राजकीय शोक की अवधि में सभी जिला मुख्यालयों और प्रमुख स्थलों पर शोक सभा का आयोजन किया जाएगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा और अन्य सामाजिक संगठन नेमरा गांव में अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं।

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