Ranchi: झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने मंगलवार को अमेरिकी काउंसलेट जनरल कैली जाइल डियाज के साथ बैठक कर राज्य में निवेश और सहयोग की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में खनन, पर्यटन, कृषि, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और श्रमशक्ति विकास जैसे क्षेत्रों में संयुक्त पहल और निवेश की संभावनाओं पर जोर दिया गया।

खनन और खनिज प्रसंस्करण में निवेश के अवसर

बैठक में खनन सचिव राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि झारखंड में कोयला और अन्य खनिजों के खनन, खनन उपकरण निर्माण और लिथियम, ग्रेफाइट व टाइटेनियम प्रसंस्करण में ज्वाइंट वेंचर की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि खनन क्षेत्र में निवेश राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति देगा।

पर्यटन और कृषि में संभावनाएं

मुख्य सचिव ने बताया कि झारखंड के पर्यटन स्थलों में निवेश की बड़ी संभावना है। राज्य के लगभग 70 प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हैं, इसलिए कृषि आधारित उद्योग, प्रोसेसिंग प्लांट और वैल्यू एडिशन में सहयोग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

उच्च शिक्षा और कौशल विकास पर चर्चा

बैठक में अमेरिकी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी कर झारखंड के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण के अवसर बढ़ाने पर जोर दिया गया। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य की श्रमशक्ति को हुनरमंद बनाकर बड़े आर्थिक प्रोजेक्ट्स से जोड़ा जा रहा है।

महिला सशक्तिकरण और सामाजिक बदलाव

अलका तिवारी ने बताया कि मैयां सम्मान योजना जैसी पहल से महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हुआ है। इससे श्रम पलायन में कमी आई है और ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

पर्यावरण संरक्षण और कार्बन क्रेडिट पर फोकस

ए.के. रस्तोगी, टास्क फोर्स-सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन के चेयरमैन, ने बताया कि झारखंड भारत का 33 प्रतिशत वन क्षेत्र वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि कार्बन क्रेडिट और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अमेरिका के साथ सहयोग की बड़ी संभावना है।

अमेरिकी काउंसलेट की प्रतिक्रिया

कैली जाइल डियाज ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग से झारखंड में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने चिह्नित क्षेत्रों में आगे बढ़ने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने पर बल दिया।

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