रांची : राजधानी के कांके प्रखंड के नगड़ी क्षेत्र में प्रस्तावित रिम्स-2 (RIMS-2) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की जमीन को लेकर विवाद तेज हो गया है। इसी मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन रविवार को खेत में हल जोतकर विरोध दर्ज कराएंगे। कार्यक्रम का नारा “हल जोतो, रोपा रोपो” दिया गया है और बड़ी संख्या में ग्रामीणों के जुटने की संभावना जताई जा रही है।

रिम्स-2 परियोजना की जमीन को लेकर बढ़ा विवाद

नगड़ी में जिस जमीन पर सरकार ने रिम्स-2 बनाने की योजना बनाई है, उस पर ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों पहले अधिग्रहण के बावजूद आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। स्थानीय किसानों और रैयतों का आरोप है कि जब तक जमीन का उपयोग विकास कार्य में नहीं होता, तब तक वे खेती करना बंद नहीं करेंगे।

प्रशासन सतर्क, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

प्रशासन ने इस विरोध कार्यक्रम को देखते हुए पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। नगड़ी और आसपास के क्षेत्रों में बैरिकेडिंग की गई है और बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा के लिए 15 जगहों पर BDO, CO और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तैनात हैं। साथ ही, बिरसा मुंडा स्टेडियम और प्लस-2 हाई स्कूल कांके को अस्थायी जेल के रूप में तैयार किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

ग्रामीणों और किसानों की नाराजगी

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने हाल ही में जमीन की घेराबंदी शुरू कर दी है, जिससे उन्हें खेती करने से रोका जा रहा है। इसी के विरोध में अब आंदोलन को तेज किया गया है। इस आंदोलन का नेतृत्व “नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति” कर रही है। समिति ने आस-पास के गांवों से किसानों और आम लोगों को इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है।

जमीन बचाने की जिद पर अड़े किसान

किसानों का स्पष्ट कहना है कि अगर सरकार ने अधिग्रहण के बाद जमीन का उपयोग नहीं किया तो उस पर खेती उनका अधिकार है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि सरकार की तरफ से वर्षों से वादे किए गए लेकिन जमीन खाली पड़ी रही। ऐसे में अब वे आंदोलन के जरिए अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं।

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