हजारीबाग (Jharkhand Crime News) – झारखंड के हजारीबाग जिले में गोंदलपुरा पंचायत स्थित जोराकाठ गांव में सोमवार रात अपराधियों ने भारी उत्पात मचाया। सड़क निर्माण में लगी कंपनी मां इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के कई वाहनों और उपकरणों को आग के हवाले कर दिया गया। यह सड़क एनटीपीसी बादाम कोयला परियोजना के लिए चरही से बड़कागांव होते हुए बादाम तक बनाई जा रही थी। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है।
अपराधियों ने जलाए सड़क निर्माण में लगे वाहन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अज्ञात अपराधियों ने सोमवार रात करीब एक बजे निर्माण स्थल पर धावा बोला। उस समय वहां मौजूद मजदूर और मुंशी जान बचाकर भागे। हमलावरों ने मौके पर खड़ी दो जेसीबी मशीन, दो डंपर, एक ग्रेडर, एक पानी टैंकर और एक जनरेटर को आग के हवाले कर दिया।
इस सड़क निर्माण प्रोजेक्ट पर हमला झारखंड के विकास कार्यों में बाधा पैदा करने की गंभीर कोशिश मानी जा रही है। घटना के बाद से स्थानीय लोगों और मजदूरों में भारी भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है।
सड़क निर्माण में बाधा डालने की कोशिश, लेवी वसूली का शक
Hazaribagh Gondalpura Crime से जुड़े पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि यह हमला लेवी वसूली को लेकर किया गया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस घटना में किसी उग्रवादी संगठन का हाथ है या यह स्थानीय आपराधिक गिरोह द्वारा अंजाम दी गई है।
अब तक किसी भी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, जिससे पुलिस को जांच के दौरान कई कोणों पर विचार करना पड़ रहा है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, इलाके में चलाया गया सर्च ऑपरेशन
घटना की जानकारी मिलते ही बड़कागांव और चरही थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इलाके को सील कर तलाशी अभियान चलाया गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित कर अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा प्रभावित क्षेत्र में अतिरिक्त बल की तैनाती भी की गई है ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।
सड़क निर्माण कार्य पर असर, मजदूरों में डर का माहौल
इस हमले के कारण एनटीपीसी कोल परियोजना से जुड़ा सड़क निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। निर्माण कार्य में लगे कर्मचारी, तकनीशियन और मजदूर डरे हुए हैं और किसी भी प्रकार के कार्य से दूर हो गए हैं। कंपनी प्रबंधन ने फिलहाल सभी कार्यों को रोक दिया है और उच्च प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
सुरक्षा व्यवस्था और अपराध नियंत्रण पर उठे सवाल
Crime in Hazaribagh, खासकर बड़कागांव क्षेत्र में, एक बार फिर पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना राज्य में चल रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक क्षेत्र में स्थायी सुरक्षा व्यवस्था और गश्ती तंत्र नहीं मजबूत किया जाएगा, तब तक ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति की आशंका बनी रहेगी।