धनबाद : अंचल कार्यालय में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और दलाली तंत्र के खिलाफ शुक्रवार को स्थानीय नागरिकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। भाजपा नेता रमेश राही के नेतृत्व में सैकड़ों महिला-पुरुष जनसरोकार मंच के बैनर तले धनबाद अंचल कार्यालय पहुंचे और अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान कार्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने पर लोगों ने मुख्य गेट के बाहर नारेबाजी की और धरना दिया।

अंचल कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का गुस्सा

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि धनबाद अंचल कार्यालय में बिना दलालों के कोई काम नहीं होता। जमीन से जुड़े ऑनलाइन कार्यों में घोर अनियमितता और देरी बरती जा रही है। कई बार आवेदन देने के बावजूद भी फाइलें लंबित रखी जाती हैं।
लोगों ने कहा कि कार्यालय में आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय दलालों को प्राथमिकता दी जाती है, और बिना रिश्वत दिए कोई भी काम आगे नहीं बढ़ता।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित भाजपा नेता रमेश राही ने कहा कि “धनबाद अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार एक व्यवस्थित तंत्र बन चुका है। अधिकारी और कर्मचारी आम लोगों की समस्याओं से बेपरवाह हैं। जनता से सुविधा शुल्क वसूला जा रहा है और बिना पैसे के कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती।”

जमीन के फर्जी दस्तावेज और दलाली पर गंभीर आरोप

प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय में सरकारी और रैयती जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचा जा रहा है।
पीड़ित जलेश्वर महतो ने कहा कि वे अपनी जमीन के दस्तावेज ऑनलाइन कराने के लिए पिछले कई महीनों से कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा —

“हमारे आवेदन पर काम करने की बजाय दलालों को तरजीह दी जाती है। यहां बिना पैसे या सिफारिश के कोई भी फाइल आगे नहीं बढ़ती।”

प्रदर्शन में शामिल कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ऑनलाइन म्यूटेशन, नामांतरण और एलपीसी जैसे कार्यों के लिए आम जनता को महीनों परेशान होना पड़ता है।

21 सूत्री मांगपत्र सौंपा गया अंचल अधिकारी को

प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता रमेश राही ने अंचल अधिकारी रामप्रवेश कुमार को 21 सूत्री मांगपत्र सौंपा। इसमें मुख्य रूप से ऑनलाइन कार्यों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने, भ्रष्ट कर्मचारियों पर कार्रवाई, जमीन विवादों के शीघ्र निपटारे और दलाली तंत्र खत्म करने की मांग की गई।
सीओ ने मांगपत्र प्राप्त करते हुए कहा कि सभी लंबित कार्यों की समीक्षा की जाएगी और 15 दिनों के भीतर सुधार का प्रयास किया जाएगा।

रमेश राही ने चेतावनी दी कि यदि तय समय में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ, तो जनसरोकार मंच बड़ा जन आंदोलन शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह सिर्फ शुरुआत है — “अब जनता सड़क पर उतरकर न्याय लेगी।”

डीसी से की गई थी पहले भी शिकायत

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर पहले भी डीसी धनबाद के जनता दरबार में शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक किसी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई।
लोगों का कहना है कि उच्चाधिकारियों की निष्क्रियता के कारण ही निचले स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।

सीओ ने टिप्पणी से किया इनकार

जब अंचल अधिकारी रामप्रवेश कुमार से कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार और दलाली तंत्र पर सवाल किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने केवल इतना कहा कि “सभी मामलों की जांच की जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”

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