वाशिंगटन, एजेंसियां: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर फिर से जानलेवा हमले की कोशिश की गई है।

यह हमला 64 दिनों में दूसरी बार हुआ है, जिसमें हमलावर AK-47 जैसी घातक राइफल लेकर ट्रंप के गोल्फ क्लब के पास छिपा हुआ था।

ट्रंप की सुरक्षा में बड़ी सेंध

CNN की रिपोर्ट के अनुसार, घटना फ्लोरिडा के पाम बीच काउंटी में स्थित इंटरनेशनल गोल्फ क्लब की है, जहां डोनाल्ड ट्रंप खेल रहे थे।

तभी उनकी सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने झाड़ियों में एक संदिग्ध को देखा, जिसके पास AK-47 जैसी राइफल और एक गो प्रो कैमरा था। संदिग्ध की राइफल का निशाना गोल्फ कोर्स की तरफ था।

300 मीटर की दूरी पर छिपा था हमलावर

हमलावर और डोनाल्ड ट्रंप के बीच की दूरी लगभग 300 से 500 मीटर थी। जैसे ही एजेंट ने संदिग्ध को देखा, उसने तुरंत फायरिंग की।

इसके बाद हमलावर अपनी ब्लैक SUV से भाग गया।

सीक्रेट सर्विस की त्वरित कार्रवाई

इस घटना के दौरान वहां मौजूद एक चश्मदीद ने हमलावर की गाड़ी की तस्वीर खींच ली, जिसमें गाड़ी का नंबर प्लेट साफ नजर आ रहा था।

सीक्रेट सर्विस ने इस जानकारी के आधार पर हमलावर का पीछा किया और उसे गोल्फ कोर्स से लगभग 60 किलोमीटर दूर हाइवे पर घेरकर पकड़ लिया।

जुलाई में भी हुआ था हमला

गौरतलब है कि 13 जुलाई को भी डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में एक चुनावी रैली के दौरान फायरिंग हुई थी।

उस हमले में एक गोली उनके कान को छूते हुए निकल गई थी।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

डोनाल्ड ट्रंप पर दो महीनों के भीतर यह दूसरी जानलेवा हमले की कोशिश है, जो उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।

सीक्रेट सर्विस की सतर्कता ने इस बार बड़ा हादसा होने से बचा लिया, लेकिन इस घटना ने फिर से उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

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