रांची : झारखंड में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी के दलदल में धकेल दिया है।

बीए पास रश्मि बिरहोर का संघर्ष और बेरोजगारी की तस्वीर

मरांडी ने अपने पोस्ट में बिरहोर समाज की छात्रा रश्मि बिरहोर का उदाहरण दिया। रश्मि ने वर्ष 2024 में बीए की पढ़ाई पूरी की थी, जो बिरहोर समाज के लिए गर्व का क्षण था। उसे राष्ट्रपति सम्मान भी मिल चुका है। लेकिन आज परिस्थितियों ने उसे मजदूरी करने पर मजबूर कर दिया है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह उदाहरण राज्य में व्याप्त युवाओं की बेरोजगारी और उनकी बेबसी की सच्चाई को उजागर करता है।

सरकार पर उपेक्षा और वादाखिलाफी का आरोप

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार की उपेक्षा, अधिकारियों की मनमानी, पेपर लीक, परीक्षा कैलेंडर की असफलता और झूठी घोषणाओं ने युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया है।

उनका कहना है कि झारखंड के लाखों शिक्षित युवाओं के पास न नौकरी है और न स्वरोजगार की कोई ठोस व्यवस्था। ऐसे हालात में युवाओं को मजदूरी और पलायन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।

झारखंड में रोजगार संकट और विपक्ष का सवाल

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से सवाल किया कि अगर योग्य और मेहनती छात्र-छात्राएं भी ईंट-गारे का काम करने को मजबूर हैं, तो राज्य की शिक्षा और रोजगार नीति पर गंभीर सवाल उठते हैं।

मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने केवल कागज़ी घोषणाएं कीं, लेकिन रोजगार सृजन की दिशा में ठोस कदम उठाने में नाकाम रही।

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