बोकारो, 11 दिसंबर 2024: झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला विदेशों में थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के करी खुर्द निवासी 22 वर्षीय जगदीश महतो की मलेशिया में टावर से गिरकर मौत हो गई। परिजनों ने उनके शव को वापस लाने के लिए सरकार से गुहार लगाई है।
परिवार का इकलौता कमाने वाला था जगदीश
जगदीश महतो मलेशिया में एजी पावर कंपनी में काम करता था और वह अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसकी मौत से परिवार में भारी संकट आ गया है। जगदीश महतो के दो छोटे बच्चे, राधिका कुमारी (7 वर्ष) और आशीष कुमार महतो (5 वर्ष), भी अपनी पिता की अचानक मौत के बाद कठिनाई में हैं।
समाजसेवी की सरकार से अपील
इस घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए, प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली ने सरकार से अपील की कि जगदीश महतो का शव मलेशिया से लाने में मदद की जाए। उन्होंने कहा कि यह पहली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई झारखंडी मजदूरों की मौत विदेशों में हो चुकी है। उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि झारखंड में रोजगार की व्यवस्था की जाए ताकि मजदूरों को अपने घरों से बाहर जाने की जरूरत न पड़े।
प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला
झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौतों का सिलसिला विदेशों में लगातार जारी है। हर रोज़ राज्य के किसी न किसी जिले से प्रवासी मजदूरों की मौत की खबरें आती हैं। इस समय झारखंड के बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिलों के 47 प्रवासी मजदूर कैमरून में फंसे हुए हैं, जो मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं।
समाजसेवियों और परिजनों की मांग है कि राज्य सरकार झारखंड में ही रोजगार की व्यवस्था करें ताकि प्रवासी मजदूरों का पलायन रुक सके और उन्हें विदेशों में अपनी जान न गंवानी पड़े।