Close Menu

    Subscribe to Updates

    Get the latest Poli news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    सृष्टि चाईबासा का 13वां स्थापना दिवस, जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण

    December 4, 2025

    छात्रों के हित में 4 दिसंबर से शुरू होगी 180 किमी पदयात्रा : देवेंद्रनाथ महतो

    December 3, 2025

    देवघर: अंतरराज्यीय क्रूड ऑयल चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार

    December 3, 2025
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • सृष्टि चाईबासा का 13वां स्थापना दिवस, जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण
    • छात्रों के हित में 4 दिसंबर से शुरू होगी 180 किमी पदयात्रा : देवेंद्रनाथ महतो
    • देवघर: अंतरराज्यीय क्रूड ऑयल चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार
    • हजारीबाग के बरही में डिवाइडर से टकराई कार, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, 6 घायल
    • रिम्स में फर्जी जाति प्रमाणपत्र प्रकरण, जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि, छात्रा का नामांकन रद्द
    • CA केजरीवाल ने फर्जी हिंदू अविभाजित परिवार बनाकर डॉ. प्रदीप कुमार की मनी लॉन्ड्रिंग में की थी मदद
    • 54 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर बढ़ेगा बोझ, घरेलू बिजली दर में 3.45 रुपए प्रति यूनिट बढ़ोतरी का प्रस्ताव
    • CA नरेश केजरीवाल के रांची सहित 15 ठिकानों पर ED की बड़ी कार्रवाई, पहली बार FEMA के तहत छापेमारी
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Lok Chetna
    • Home
    • Jharkhand
      • Bokaro
      • Chatra
      • Deoghar
      • Dhanbad
      • Dumka
      • East Singhbhum
      • Garhwa
      • Giridih
      • Godda
      • Gumla
        • Hazaribagh
        • Jamtara
        • Khunti
        • Koderma
        • Latehar
        • Lohardaga
        • Pakur
        • Palamu
        • Ramgarh
        • Ranchi
        • Sahibganj
        • Saraikela Kharsawan
    • Bihar
    • Delhi
    • Opinion
    • Sports
    • About Us
      • Privacy Policy
      • Terms and Conditions
      • Contact Us
    Lok Chetna
    Home » जब नियति ने डॉ हरिवंश राय बच्चन को चार्ली चैप्लीन बनने पर मजबूर कर दिया था
    Opinion

    जब नियति ने डॉ हरिवंश राय बच्चन को चार्ली चैप्लीन बनने पर मजबूर कर दिया था

    Having not yet visited Sector 10, follow these steps for a free upgrade.
    LokchetnaBy LokchetnaFebruary 28, 2024No Comments5 Views
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn WhatsApp Reddit Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    महान शख्सियतों के जीवन में विडंबनाओं के एकाधिक पल अनिवार्य रुप से रहते हैं। मधुशाला के रचनाकार डॉ हरिवंश राय बच्चन के जीवन में भी थे। उनके जीवन में इसलिए थे क्योंकि वे कुछ बड़ा कर रहे थे, कुछ बड़ा रचनेवाले थे।

    वे रचना का यज्ञ कर रहे थे और उसमें उनकी कड़ी परीक्षा भी होनेवाली थी। यह साल 1954 का कोई महीना था। बच्चनजी कैंब्रिज से इट्स के काव्य में निगूढ़ तत्व विषय पर पीएचडी की डिग्री ले चुके थे।

    अपनी पीएचडी के लिए इलाहाबाद से उड़कर इंग्लैंड में दो वर्षों से अधिक का समय व्यतीत कर चुके थे। पर अब उनकी असल परीक्षा होनेवाली थी। नियति का व्यंग्य बाण उन्हें झेलना था।

    पीएचडी की डिग्री लेने के लिए कॉन्वोकेशन का वक्त आ चुका था पर डॉ हरिवंश राय बच्चन परेशान थे। किसी तरह आर्थिक तंगी से गुजरते हुए उन्होंने पीएचडी तो कर ली थी पर उनके पास कॉन्वोकेशन में पहने जाने योग्य गाउन और चौखटी चोटीदार टोपी पहनने के पैसे नहीं थे।

    पैसे तो उनके पास पीएचडी की डिग्री लेने के लिए कॉलेज की फीस चुकाने के लिए भी नहीं थे पर भला हो बावा का कि उन्होंने उनकी डिग्री की फीस पांच पौंड कॉलेज को चुका दी। पर गाउन का खर्च तो बहुत कोशिश करने पर भी डॉ हरिवंश राय बच्चन नहीं जुटा पाये।

    अब जो होनेवाला था वह जिंदगी का एक बेहद शर्मनाक क्षण था।

    मांगा हुआ सूट

    कहां कैंब्रिज की अंग्रेजी में सर्वोच्च डिग्री पाने का सुख और कहां उसके लिए गाउन भी न सिला पाने की बेबसी या यूं कहें कि कृष्ण होकर सुदामा की बेबसी झेलने के लिए डॉ बच्चन खुद को तैयार कर रहे थे। खैर, कॉन्वोकेशन का दिन आया।

    डॉ बच्चन के ही शब्दों में सूट किसी से मांगनी पड़ी। पहनकर चार्ली चैप्लीन लग रहा हूं। अपने पर ठठाकर हंसता हूं। रुदन कभी कभी हंसी का बाना धारण करता है। छिपता है क्या। एक हीन भावना मन में उठना स्वभाविक है।

    मैंने पीएचडी का गाउन और हुड दुकानों में शीशे के लंबे केसों में सजा अक्सर देखा था। अक्सर उनके सामने से जाते हुए सोचा था, एक दिन मैं ऐसा गाउन पहनने का अधिकारी बनूंगा।

    कितनी बार अपनी पीठ पर उस गाउन की कल्पना भी की थी, अच्छा सजता मुझ पर। आज जब मैं उसे पहनने का अधिकारी हूं तो नहीं पहन सका। नहीं खरीद सका।

    लाचारी अपने को संतोष देने के बहुत से तर्क खोज लेती है। गाउन नहीं पहनने से मेरी डिग्री तो मुझसे नहीं छीन जायेगी। मांगा हुआ गाउन पहनने की डॉ बच्चन की बेबसी तब और बढ़ गयी जब उनके गुरु मिस्टर हेन की पत्नी ने उनसे कहा, आज मैं तुमको पीएचडी के शानदार गाउन में देखने की प्रत्याशा कर रही थी।

    अब डॉ बच्चन क्या कहते मिसेज हेन से की उनके पास इतने पैसे भी नहीं बचे कि वे एक गाउन खरीद सकें। नियति ने बेबसी के पल तय कर रखे हैं तो उन्हें तो जीना ही था बच्चनजी को।
    संत को कष्ट सहन करना ही होता है

    कभी-कभी सोचता हूं कि संतों को कष्ट क्यों सहन करना होता है। कैंब्रिज के जिस सेंट कैथरींस कॉलेज के डॉ बच्चन विद्यार्थी रहे उनके जीवन में भी तो अपार दुख था। दुख का प्याला पीकर ही तो कैथरीन सेंट कैथरीन हुईं।

    सेंट कैथरीन जिनके नाम से सेंट कैथरींस कॉलेज है पुराकाल में एक साध्वी थीं जिसे रोमनों ने लोहे के पहिये के नीचे कुचल कुचल कर मरणांतक यातनाएं दी थीं, बाद को यही पहिया सेंट कैथरीन की अदम्य आस्था का प्रतीक हुआ। जैसे क्रॉस क्राइस्ट का।

    जब उनके नाम पर कॉलेज का नामकरण हुआ तो तब पहिया कॉलेज का विशेष चिन्ह बनाया गया। डॉ बच्चन के शब्दों में जब-जब मुझे मानसिक यातनाओं से गुजरना पड़ा था, यह पहिया मुझे याद आया था। मैं उस कॉलेज का सदस्य हूं जिसकी संरक्षिका संेंट कैथरीन हैं।

    मुझे उसके धैर्य और आस्था से बल संचय करना चाहिए। नियति ने यों ही नहीं किसी ध्येय से मुझे सेंट कैथरींस कॉलेज का सदस्य बनाया है।

    अगर आज मैं जीवन के पहिये के नीचे हूं तो क्या शिकायत करुं। मुझसे बहुत बड़े, बहुत निर्दोष, बहुत पावन जीवन पहिए के नीचे आ चुके हैं और उन्होंने जो वेदना झेली है उसे देखकर बहुतों को अपनी वेदना झेलना सहज हुआ है।

    डॉ बच्चन संत कैथरीन के सामने नतमस्तक होते हैं। वापस भारत आते हैं और जो लिखते हैंे चार खंडों की अपनी आत्मकथा के रुप में फिर उसकी जोड़ की कोई दूसरी आत्मकथा अभी तक नहीं लिख सका है। डॉ बच्चन कालजयी हैं।

    उनका लेखन कालजयी है। उन्होंने जो साधना की उसी का परिणाम है कि बच्चन परिवार लगातार उन्नति के पथ पर है। पर उन्नति का पथ कितनी कुर्बानियां मांगता है यह बच्चनजी से बेहतर शायद ही कोई समझे।

    उनकी यह कहानी लिखते हुए मैं सेंट कैथरीन और स्वयं बच्चनजी को नमन कर रहा हूं। शायद कभी कोई वेदना का क्षण आये तो मैं भी खुद के लिए ताकत संजो सकूं।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
    Lokchetna
    • Website

    Related Posts

    भगवान बिरसा मुंडा, जिनके ‘उलगुलान’ ने कर दिया था अंग्रेजी राज के खात्मे का ऐलान

    November 15, 2024

    झारखण्ड में हेमन्त बनाम हिमंत का बना नैरेटिव : फायदे में भाजपा

    September 12, 2024

    क्लासिक हैं एसएच बिहारी के लिखे गाने

    February 28, 2024
    Leave A Reply Cancel Reply

    Top Posts

    Jharkhand News: जामताड़ा की जनता को अब मिलेगी 24 घंटे बिजली, मंत्री इरफान अंसारी ने बिजली विभाग को दिया सख्त अल्टीमेटम

    June 16, 2025142

    Jharkhand News: DGP अनुराग गुप्ता को मिली राहत, महालेखाकार ने जारी किया प्रोविजनल पे-स्लीप

    June 26, 2025124

    बिरसा मुंडा शहादत दिवस: सीएम हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि, कहा – धरती आबा का बलिदान नहीं भूला जा सकता

    June 9, 2025124

    Palamu News : DIG नौशाद आलम का सख्त निर्देश, सरकारी मोबाइल पर पारिवारिक DP लगाने पर रोक

    June 28, 2025120
    Don't Miss
    Blog

    सृष्टि चाईबासा का 13वां स्थापना दिवस, जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण

    By LokchetnaDecember 4, 20251

    Chaibasa : नाट्य एवं सामाजिक संस्था सृष्टि चाईबासा ने अपने 13वें स्थापना दिवस पर बुधवार…

    छात्रों के हित में 4 दिसंबर से शुरू होगी 180 किमी पदयात्रा : देवेंद्रनाथ महतो

    December 3, 2025

    देवघर: अंतरराज्यीय क्रूड ऑयल चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार

    December 3, 2025

    हजारीबाग के बरही में डिवाइडर से टकराई कार, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, 6 घायल

    December 3, 2025
    Stay In Touch
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo

    Subscribe to Updates

    Get the latest Political news from The Pulse of Politics.

    About Us

    Lok Chetna is a news portal committed to bringing impactful stories to the forefront. We focus on social issues, development and awareness to inform and inspire our community toward positive change.

    Facebook X (Twitter) Pinterest YouTube WhatsApp

    छात्रों के हित में 4 दिसंबर से शुरू होगी 180 किमी पदयात्रा : देवेंद्रनाथ महतो

    December 3, 2025

    देवघर: अंतरराज्यीय क्रूड ऑयल चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार

    December 3, 2025

    हजारीबाग के बरही में डिवाइडर से टकराई कार, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, 6 घायल

    December 3, 2025

    रिम्स में फर्जी जाति प्रमाणपत्र प्रकरण, जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि, छात्रा का नामांकन रद्द

    December 2, 2025
    Bihar

    तेजस्वी यादव ने राघोपुर में दर्ज की जीत, बीजेपी उम्मीदवार सतीश कुमार को 14 हजार से अधिक वोटों से हराया

    November 14, 2025

    बिहार चुनाव 2025 : वोटों की गिनती जारी, शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त, राघोपुर से तेजस्वी यादव आगे

    November 14, 2025

    बिहार की राजनीति में गठबंधन पर उठे सवाल, मनोज पांडे बोले – हेमंत सोरेन जैसा बड़ा दिल बिहार के नेताओं में नहीं

    October 22, 2025

    RJD प्रत्याशी सत्येंद्र साह को नामांकन के तुरंत बाद झारखंड पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2004 के बैंक लूटकांड में था वांछित

    October 21, 2025
    © 2025 Lok Chetna. Developed & Hosted by Midhaxa Innovations
    • Home
    • Terms and Conditions
    • Privacy Policy
    • Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.