रांची: झारखंड में आज एक नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर एक भावुक और प्रेरक संदेश साझा किया। उन्होंने इसे झारखंड के संघर्ष, एकता और सामाजिक न्याय की भावना को समर्पित करते हुए इसे ऐतिहासिक दिन बताया।
झारखंड की धरा और संघर्ष की विरासत
हेमंत सोरेन ने कहा, “झारखंड की महान धरा ने हमेशा विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है। भगवान बिरसा, सिदो-कान्हू, तेलंगा खड़िया, फूलो-झानो जैसे वीरों की विरासत हमें प्रेरित करती है। यह दिन हमारी झारखंडियत की भावना और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।”
लोकतंत्र पर दबाव के बीच एकता की आवाज़
उन्होंने लोकतंत्र पर बढ़ते दबावों का जिक्र करते हुए कहा कि झारखंड की जनता एकजुट होकर खड़ी है। “हर गांव और शहर में आज एक आवाज़ गूंज रही है – अधिकार, समानता और एकता। झारखंडी झुकते नहीं हैं। जब हमें पीछे धकेला जाता है, हम और मजबूत होकर आगे बढ़ते हैं।”
झारखंडियत की भावना को मजबूत करने का आह्वान
सोरेन ने झारखंड की सामाजिक संरचना में हो रही दरारों को पाटने और एकता को बनाए रखने का संकल्प लिया। उन्होंने हर झारखंडी को अबुआ सरकार के लिए बधाई दी और संघर्ष जारी रखने का संदेश दिया।
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