जामताड़ा, 21 दिसंबर 2024: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी एक बार फिर अपने बयानों और घटनाओं के कारण चर्चा में हैं। रविवार को उनके क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान ऐसी घटना हुई, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया।
क्या हुआ कार्यक्रम में?
कार्यक्रम के दौरान इरफान अंसारी अपने मोबाइल से फेसबुक लाइव कर रहे थे। तभी उनके समर्थकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि,
- “हमने आपको ग्रामीण विकास मंत्री बनाने के लिए वोट दिया था, लेकिन आपको स्वास्थ्य मंत्रालय दे दिया गया।”
- “जिनके पास विशेष जाति के 10 वोट भी नहीं हैं, उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री बना दिया गया।”
- “हम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंकेंगे।“
इस पर इरफान अंसारी ने कहा, “जहां बोलना है, वहां बोलिए। यहां बोलकर क्या फायदा है। लाइव चल रहा है।” इसके बाद स्पीकर म्यूट हो गया, लेकिन तब तक वीडियो वायरल हो चुका था।
वीडियो वायरल और विवाद
कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। जब विवाद बढ़ा, तो इरफान अंसारी के फेसबुक पेज से यह वीडियो डिलीट कर दिया गया।
इरफान अंसारी की सफाई
मंत्री इरफान अंसारी ने इस विवाद पर सफाई देते हुए कहा:
- “मैंने कुछ भी नहीं कहा। मैं कार्यकर्ताओं के साथ चाय पी रहा था।“
- “कार्यकर्ता अबुआ आवास की मांग कर रहे थे। मैंने उन्हें डांटा भी।”
- “इस वीडियो को क्रॉप करके किसी ने वायरल किया है।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी ने गठबंधन सरकार के भीतर मतभेदों को उजागर कर दिया है।
विश्लेषण
- समर्थकों की नाराजगी: ग्रामीण विकास मंत्रालय न मिलने की वजह से समर्थकों में असंतोष है।
- राजनीतिक असर: इस घटना से झारखंड की राजनीति में मंत्री और समर्थकों के बीच तालमेल की कमी उजागर हुई है।
- विपक्ष का रुख: इस वीडियो को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो सकता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद किस दिशा में जाता है और झारखंड सरकार इस स्थिति को कैसे संभालती है।