रांची: राजधानी रांची के लाल गुटुवा स्थित बैंक्वेट हॉल में रविवार को क्षत्रिय समाज की एकता बैठक आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व एमएलसी प्रवीण सिंह ने की, जबकि झारखंड के विभिन्न जिलों से आए समाज के प्रतिनिधियों ने इसमें हिस्सा लिया। बैठक में समाज के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक उत्थान पर गहन चर्चा हुई।

क्षत्रिय समाज की बैठक में पारित हुए पांच प्रमुख प्रस्ताव

बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसमें शामिल थे:

  • देश में सवर्ण आयोग का गठन।
  • आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों (EWS) को 10% आरक्षण के लिए आय प्रमाण पत्र अंचल स्तर से जारी करने की मांग।
  • लोकसभा और विधानसभा सीटों में आरक्षण की रोटेशन प्रणाली को पुनः लागू करने का प्रस्ताव।
  • समाज में आपसी भेदभाव समाप्त करने पर सहमति।
  • सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने का निर्णय।

इन प्रस्तावों को समाज के प्रतिनिधियों ने समान रूप से महत्वपूर्ण बताते हुए इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

महिला शिक्षा और संस्कारों पर विशेष चर्चा

बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि बच्चों को समाज की रीति-रिवाजों और संस्कारों से परिचित कराया जाए। साथ ही, महिला शिक्षा को अनिवार्य बनाने और रांची में क्षत्रिय समाज के लिए विशेष छात्रावास (होस्टल) निर्माण की सहमति दी गई।

प्रतिनिधियों ने यह भी तय किया कि 2026 के फरवरी माह में एक विशाल जनसभा आयोजित की जाएगी। इसके अलावा, परिसीमन (Delimitation) लागू करने, मृत्यु संस्कार में फिजूलखर्ची रोकने और समाज में जनसंख्या वृद्धि पर विचार करने का प्रस्ताव भी पारित हुआ।

नेताओं और प्रतिनिधियों ने दिए सुझाव

बैठक को संबोधित करते हुए धनबाद के पूर्व सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समाज को धन नहीं बल्कि सम्मान चाहिए। उन्होंने राजनीतिक दलों को चेतावनी दी कि यदि समाज का अपमान हुआ तो उसका जवाब दिया जाएगा।

पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह ने सुझाव दिया कि समाज अपने शहीदों की जयंती और पुण्यतिथि मनाने की परंपरा शुरू करे। वहीं, उन्होंने EWS आरक्षण की समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।

शंभु सिंह ने कहा कि माता-पिता बच्चों में अच्छे संस्कार डालें और समाज को अंदरूनी राजनीति से बाहर आकर मजबूत बनाना होगा।

गढ़वा नगर उंटारी के राजा सह पूर्व विधायक राजेंद्र देव ने समाज में एकजुटता पर जोर देते हुए आपसी भेदभाव खत्म करने की अपील की।

रिटायर्ड डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने केंद्रीय संचालन समिति गठित करने का सुझाव दिया।
वहीं, चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि समाज तभी मजबूत होगा जब कमजोर वर्ग को सशक्त किया जाएगा।

क्षत्रिय समाज की बैठक में बड़ी संख्या में शामिल हुए प्रतिनिधि

बैठक में किशोर शाहदेव, कविता परमार, मोती शाहदेव, मुन्ना सिंह, जयनंदू सिंह, प्रेम सिंह, पूनम सिंह, विपिन सिंह, सूरज शाहदेव, संतोष सिंह, निर्भय सिंह, हेमंत सिंहदेव, प्रवीण सिंह, अजय सिंह, प्रमोद सिंह समेत बड़ी संख्या में समाज के सदस्य मौजूद रहे।

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