Ranchi: झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है और नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है।
इस बार बीजेपी को बड़ा झटका देने की तैयारी है, क्योंकि जमुआ सीट से तीन बार विधायक रह चुके केदार हाजरा अब पार्टी छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल होने वाले हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर बातचीत भी की है।
बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान
हाल ही में कांग्रेस नेत्री मंजू कुमारी के भाजपा में शामिल होने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी जमुआ सीट से मंजू कुमारी को उम्मीदवार बना सकती है। इस परिस्थिति में, केदार हाजरा ने झामुमो का दामन थामने का निर्णय लिया है। इससे साफ है कि बीजेपी की रणनीति में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
कांग्रेस की मंजू कुमारी ने बदल दिया समीकरण
पिछले चुनाव में केदार हाजरा ने कांग्रेस की मंजू कुमारी को 18 हजार से अधिक वोटों से हराया था, लेकिन इस बार समीकरण बदलने की ओर हैं। मंजू कुमारी के भाजपा में शामिल होने से भाजपा का आत्मविश्वास बढ़ा है, जबकि केदार हाजरा के झामुमो में जाने से पार्टी को झटका लगा है।
झामुमो की चुनावी रणनीति में आएगी मजबूती
केदार हाजरा के झामुमो में शामिल होने से पार्टी की चुनावी रणनीति को नया बल मिलेगा। झामुमो इस बार खुद को मजबूत स्थिति में दिखाने का हर संभव प्रयास कर रही है, और ऐसे में हाजरा का जुड़ना उसके लिए बड़ा प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है।
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