Ranchi (Jharkhand): केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस पार्टी और हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वंशवाद और लोकतंत्र एक साथ नहीं चल सकते, और देश को संविधान बचाने की नहीं, वंशवाद से बचाने की जरूरत है। प्रेसवार्ता में सिंह ने 1975 के आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय करार दिया।

गिरिराज सिंह का हमला: लोकतंत्र को रौंदने का आरोप कांग्रेस पर

गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बार-बार कमजोर किया। उन्होंने इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि न्यायालय का आदेश आने के बाद भी सत्ता नहीं छोड़ी गई और लोकतंत्र की हत्या की गई। उन्होंने कहा कि आपातकाल में लाखों नागरिकों को बिना किसी कारण जेल में बंद किया गया, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीन ली गई, और मस्जिदों तक को निशाना बनाया गया।

झारखंड की हेमंत सरकार को बताया ‘जमाई टोला’

झारखंड सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि राज्य की सत्ता अब ‘जमाई टोला’ बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है, जिससे आदिवासी समाज का अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “झारखंड बारूद के ढेर पर बैठा है और यहां की सरकार घुसपैठियों को रेड कार्पेट बिछाकर बुला रही है।”

पेसा कानून लागू नहीं करने पर भी सवाल

गिरिराज सिंह ने कहा कि पेसा कानून, जो आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन की रक्षा करता है, अब तक झारखंड में लागू नहीं किया गया है। उन्होंने इसे हेमंत सरकार की विफलता बताते हुए कहा कि यह आदिवासी हितों के साथ धोखा है।

घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकाल रही है, जबकि झारखंड सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इससे राज्य की जनसंख्या संरचना में बदलाव हो रहा है, जो भविष्य में सामाजिक टकराव को जन्म दे सकता है।

युवाओं से अपील: झारखंड को बचाने की जरूरत

गिरिराज सिंह ने राज्य के युवाओं से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर झारखंड के हित में सोचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रखकर आपातकाल से भी अधिक खतरनाक प्रयोग कर रही है

लोकतंत्र और वंशवाद पर दो टूक

प्रेसवार्ता के दौरान गिरिराज सिंह ने साफ कहा कि “लोकतंत्र और वंशवाद साथ नहीं चल सकते”। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान का पाठ पढ़ने से पहले इतिहास को समझना चाहिए। उन्होंने देश के नौजवानों से अपील की कि वो कांग्रेस के असली चेहरे को पहचाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए आगे आएं।

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