रांची : झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने राज्य के पूर्व मंत्री कृष्णा नंद त्रिपाठी (केएन त्रिपाठी) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष कर्ण सिंह ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखकर पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
बॉडीगार्ड्स के साथ दुर्व्यवहार का आरोप
पुलिस एसोसिएशन के अनुसार, लातेहार जिले में ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मी — आरक्षी 632 रविंद्र रिखियासन और आरक्षी 592 गोपाल सिंह — सड़क जाम की स्थिति में आम लोगों को हटाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और उन पर जातिसूचक टिप्पणी करने व मारपीट करने का आरोप लगा।
बीच सड़क पर छोड़ दिए बॉडीगार्ड
आरोप यह भी है कि विवाद के दौरान पूर्व मंत्री ने अपने बॉडीगार्ड्स को हथियार और वर्दी के साथ ही बीच सड़क पर छोड़ दिया और वहां से चले गए। एसोसिएशन का कहना है कि यह व्यवहार न केवल पुलिसकर्मियों की गरिमा को ठेस पहुँचाता है, बल्कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और विधि-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।
झारखंड पुलिस एसोसिएशन की मांग
झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने अपने पत्र में कहा है कि सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात जवानों के साथ इस प्रकार का अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। संगठन ने इसे पुलिस प्रशासन की गरिमा पर हमला करार दिया और पूर्व मंत्री पर विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की है।
प्राथमिकी दर्ज करने की सिफारिश
पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि इस मामले में गंभीरता से संज्ञान लेते हुए DGP को कार्रवाई करनी चाहिए। एसोसिएशन ने मांग की है कि पूर्व मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाए, ताकि पुलिसकर्मियों का मनोबल प्रभावित न हो और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके।